(www.arya-tv.com) आज राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जा रहा है। वाराणसी में आज से 1 से 19 साल के 18 लाख से ज्यादा बच्चों के पेट से कीड़ों को मारने का अभियान शुरू हो रहा है। इन बच्चों को एल्बेंडाजोल दवा की डोज खिलाई जाएगी। इसकी शुरुआत कंपोजिट स्कूल, सुंदरपुर से होगी। CMO डॉ. संदीप चौधरी ने कहा कि एक से 5 साल तक के सभी पंजीकृत बच्चों के साथ ही 6 से 19 साल तक के स्कूल जाने वाले सभी बालक-बालिकाओं को उनके स्कूल में दवा खिलाई जाएगी। इसमें सभी सरकारी सहायता प्राप्त, प्राइवेट स्कूलों, मदरसों में शिक्षकों से दवा खिलाने में सहयोग लिया जाएगा। अभियान में उन बच्चों को भी दवा खिलाई जाएगी जो स्कूल नहीं जाते है। साथ ही ईंट-भट्ठों पर कार्य करने वाले श्रमिकों के बच्चों को भी आंगनबाड़ी केंद्रों पर दवा खिलाई जाएगी।
17 अगस्त को मॉप अप राउंड
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. संजय राय ने बताया कि आज कंपोजिट स्कूल, सुंदरपुर में पहली दवा खिलाने के साथ ही पूरे जिले में प्रोग्राम की शुरुआत हो जाएगी। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर दवा खाने से छूट गए बच्चों के लिए 17 अगस्त को मॉप अप राउंड आयोजित होगा। इसमें छूटे हुए बच्चों को भी दवा से आच्छादित कर लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पेट में कीड़े होने से बच्चे कुपोषित हो जाते हैं। उनमें खून की कमी हो जाती है, जिसके कारण बच्चे कमजोर होने लगते हैं। अभिभावकों को चाहिए कि बच्चों को इस परेशानी से बचाने के लिए कीड़े निकालने की दवा उन्हें जरूर खिलाएं। जिला विद्यालय निरीक्षक और बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी अभिभावकों से अपील की है कि वह अपने बच्चों को पेट के कीड़े निकालने की दवा जरूर खिलवाएं।
दवा को खाने का तरीका-
1 से 2 साल के बच्चों को आधी गोली अच्छी तरह से पीस कर पानी में मिलाकर खिलाएं।
2 से 3 साल के बच्चों को एक पूरी गोली पीस कर पानी के साथ खिलाएं।
3 से 19 साल के बालक-बालिकाओं को एक पूरी गोली चबाकर खानी होगी।