(www.arya-tv.com) सावन के पहले सोमवार पर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में 6-7 लाख श्रद्धालुओं और कावंड़ियों के दर्शन-पूजन को आ सकते हैं। मंदिर में बाबा का दर्शन 30-40 मिनट के अंदर हो जाए, इसकी तैयारियां की जा रहीं हैं। रविवार आधी रात से ही बाबा दरबार के चारों द्वार के बाहर 500 मीटर से 2 किलोमीटर तक के रेंज में कतारें लग जाएंगी। बैरिकेडिंग लगा दी गईं हैं।
गर्भगृह में प्रवेश और स्पर्श दर्शन की अनुमति नहीं होगी। भक्तों को बाहर से ही झांकी दर्शन और पाइप से जलाभिषेक करना होगा। कावंड़ियों की अलग लेन बनाई गई है। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के CEO सुनील कुमार वर्मा के अनुसार, 40%-50% से ज्यादा भक्तों को गंगा के रास्ते से दर्शन कराने की तैयारी की जा रही है।
वाराणसी के कमिश्नर कौशल राज शर्मा के मुताबिक, मंदिर में सुगम दर्शन, VIP दर्शन और मंगला आरती छोड़कर सभी आरती के टिकट नहीं काटे जाएंगे। केवल आम भक्तों के दर्शन-पूजन की व्यवस्था रहेगी।
मंदिर तक नहीं जाएगा कोई वाहन
सोमवार को पूरे दिन और पूरी रात रूट डायवर्जन लागू रहेगा। मंगलवार को सुबह 8 बजे डायवर्जन हटेगा। इस बार सावन दो महीने का है और 8 सोमवार पड़ रहे हैं। इसलिए सभी सोमवार को यह ट्रैफिक व्यवस्था लागू रहेगी।
मैदागिन और गोदौलिया चौराहे से लेकर मंदिर तक नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया जाएगा। मैदागिन-गोदौलिया से सोनारपुरा की सड़क, गुरुबाग-रामापुरा से बेनियाबाग तिराहा की सड़क, रविंद्रपुरी ब्रॉडवे होटल तिराहे से रामापुरा चौराहा की सड़क को भी नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है। यहां पर कार, बाइक, स्कूटी, पब्लिक रिक्शा या ई-रिक्शा का संचालन नहीं होगा। मगर, दिव्यांगों, बुजुर्गों और महिलाओं को मंदिर तक पहुंचाने के लिए ई-रिक्शा चलेंगे।