(www.arya-tv.com) मेरठ में भू-माफिया पार्टनर ने मिलकर ग्राम सभा की जमीन पर कब्जा कर लिया। उन्होंने चारदीवारी कराकर मंगी कॉलोनी नाम रख दिया। इसके बाद आरोपियों ने फर्जी इकरारनामा और बैनामा कराने के बाद गरीब परिवार को प्लाट बेच दिए।
पिछले कई सालों से कॉलोनी में सौ से ज्यादा परिवार रह रहे हैं। अब मेरठ विकास प्राधिकरण ने जमीन अवैध बताते हुए कॉलोनी वासियों को नोटिस भेज दिया हैं। जिस वजह से सौ से ज्यादा परिवार बेघर होने को मजबूर है। कॉलोनी वासियों ने शिवसेना के पदाधिकारियों का समर्थन लेते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा है।
शिवसेना प्रदेश महासचिव व पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी धर्मेंद्र तोमर के नेतृत्व में ग्रामीण जिला मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने बताया कि परतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम इटायरा ब्लाक की जमीन भू माफियाओं ने घेर रखी है। पूर्व में भू-माफिया मांगी लाल पुत्र खचेडू ग्राम इटायरा, जितेंद्र कुमार पुत्र गंगा शरण शर्मा निवासी बेगम बाग और राजीव शर्मा पुत्र वीरेंद्र पाल शर्मा ने मिलकर ग्राम सभा की जमीन पर कब्जा कर लिया था। इन्होंने सरकारी जमीन पर कालोनी काट दी। जिसका नाम मंगी कॉलोनी रखा गया था।
मध्यमवर्गीय परिवारों को सस्ता प्लाट देने का लालच देकर फर्जी इकरारनामा और बैनामा कर दिया। इसके बाद भू-माफिया फरार हो गए। मेरठ विकास प्राधिकरण द्वारा जमीन को अवैध बताते हुए परिवार को नोटिस दिया गया है। ऐसे में जिन परिवारों ने कॉलोनी में मकान बना लिए हैं। उन्हें कौन मुआवजा देगा। इस संबंध में ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा है।
जब कॉलोनी काटी जाती है, तो कहां रहते हैं अधिकारी
ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में कॉलोनी काटी गई थी। भू माफियाओं ने कचहरी में बैनामा भी कराया था। लेकिन मेरठ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को जानकारी नहीं मिल सकी। अब कॉलोनी में सौ से ज्यादा परिवार रहने लगे। अब उन्हें नोटिस भेज दिया गया। जब कॉलोनी काटी जाती है, तब अधिकारी सोते रहते हैं।