(www.arya-tv.com) लखनऊ के लोकभवन में बुधवार को मेधावियों के सम्मान का बड़ा आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1745 में मेधावी विद्यार्थियों टैबलेट बांटे। इसमें केंद्र व राज्य स्तरीय बोर्ड परीक्षाओं के टॉपर रहे मेधावियों का सम्मान किया गया।
इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने यूपी के 18 राजकीय माध्यमिक विद्यालय के भवन और 125 साइंस लैब का लोकार्पण भी किया।
बच्चों पर नहीं, अब प्रबंधन और अधिकारियों पर कार्रवाई
इस मौके पर योगी ने कहा,”यूपी के स्कूलों में पढ़ाई कम होती थी। परीक्षाएं होती थीं, तो नकल की तस्वीरें सामने आती थीं। 3-3 महीने तक परीक्षाएं ही होती रहती थीं। फिर रिजल्ट लेट आता था। ये छात्रों के साथ खिलवाड़ है। परीक्षार्थियों को प्रताड़ित नहीं किया जाना चाहिए। अब ऐसा नहीं होता।
‘पिछले साल ही हमने BSA को जेल भेजा’
पहले कोई छात्र गलती करता हुआ पकड़ा जाए। तो कार्रवाई होती थी। हमने ये भी बदला। अब छात्र के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते हैं। स्कूल प्रबंधक से लेकर अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हैं। छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। पिछले वर्ष ही हमने एक बीएसए को जेल भी भेजा।”
15 दिन में एग्जाम, 14 दिन में रिजल्ट, मेरी बधाई
उन्होंने कहा,”आप देखिए, यूपी बोर्ड परीक्षा में 15 दिन के अंदर एग्जाम हुए और 14 दिन के अंदर परिणाम भी आ गए। 56 लाख छात्र, जिसमें भागीदार बने हो। उस आयोजन को बोर्ड सफलता पूर्वक करवा ले रहा है। बाकी राज्यों के परीक्षा परिणाम भी बाद में आए। मैं यूपी बोर्ड के अधिकारियों को बधाई देता हूं। हमने समय पर परिणाम दिया है। अब शैक्षणिक सत्र भी समय पर होगा। “
‘कायाकल्प मिशन, एक उदाहरण है’
उन्होंने कहा,”हमारी सरकार में मिशन कायाकल्प कार्यक्रम, एक उदाहरण है। 1.33 लाख बेसिक स्कूलों का कायाकल्प किया गया। 6 वर्ष पहले बेसिक स्कूल जर्जर पड़े रहते थे। टॉयलेट नहीं होते थे। आज उन स्कूलों में अच्छे फर्नीचर, अच्छी बिल्डिंग, स्मार्ट लैब, टॉयलेट सबकुछ है।”