नई दिल्ली। मिसाइल मैन एपीजे अब्दुल कलाम की आज 88वीं जयंती है। कलाम देश के महान वैज्ञानिकों में से एक थे। भारत के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को भारत रत्न भी मिल चुका है। वे भारत के 11वें राष्ट्रपति थे। देश के सर्वोच्च अवॉर्ड भारत रत्न से सम्मानित हो चुके अब्दुल कलाम को जनता का राष्ट्रपति भी कहा जाता है। उनका पूरा नाम अवुल पाकिर जैनुल्लाब्दीन अब्दुल कलाम था। उनका जन्म आज ही के दिन 15 अक्टूबर 1931 को दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु के रामेश्वरम में हुआ था।
क्या कहा रक्षा मंत्री ने
41 वें डीआरडीओ निदेशकों के सम्मेलन में मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘एपीजे अब्दुल कलाम की 88 वीं जयंती पर उनका आभार व्यक्त करता हूं। वह एक महान वैज्ञानिक थे। अनुसंधान और मिसाइल विकास में उनके योगदान ने भारत को स्वदेशी क्षमताओं के लिए जाने जाने वाले देशों की सूची में ला दिया।’
आर्यकुल ने मनाई डॉ कलाम की जयंती
वैसे तो हम सभी भारतवासियों के लिए 15 अक्टूबर का दिन बेहद खास है, क्योंकि भारत को मिसाइल और परमाणु शक्ति संपन्न बनाने वाले पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर ए.पी.जे अब्दुल कलाम का जन्म आज ही के दिन हुआ था। कलाम जितने महान वैज्ञानिक थे, उतने ही शांत व्यक्ति जिनके मन में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का सपना पलता था।उनका कहना था कि “सपना वो नहीं होता जो बंद आखों से देखा जाए बल्कि सपना वो होता है जो हमें सोने न दे“।
बिजनौर स्थित आर्यकुल ग्रुप ऑफ़ कॉलेज में भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर ए.पी.जे अब्दुल कलाम के जन्मदिन के अवसर पर कॉलेज के प्रबंध निदेशक सशक्त सिंह, रजिस्ट्रार सुदेश तिवारी और डॉ. अनिल त्रिपाठी द्वारा सर अब्दुल कलाम की प्रतिमा के सामने दीप प्रजव्लित कर उन्हें याद किया और इस विशेष मौके पर आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत की गई।

मिसाइलमैन अब्दुल कलाम की याद में स्लोगन लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमे कॉलेज के सभी विभाग के छात्र छात्राओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। इस स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर अंशिका रावत, दूसरे पर निर्मल सिंह और तीसरा स्थान जयकिशन ने प्राप्त किया।

जहां एक तरफ बी.जे.एम.सी के आनंद ने कलाम की याद में गीत गाया तो वही दूसरी तरफ अंशिका की भावुक पंक्तियों ने सभागार में मौजूद सभी लोगों की आखें नाम कर दी।
अब्दुल कलाम जी की याद में आयोजित इस कार्यक्रम में डॉ. रेखा सिंह द्वारा एक पीपीटी प्रस्तुत की गयी जो कि अब्दुल कलाम जी के जीवन और उनके संघर्षों पर आधारित थी।
इस कार्यक्रम के दौरान कॉलेज के रजिस्ट्रार सुदेश तिवारी ने कलाम जी के जीवन से सम्बंधित कुछ विशेष घटनाओ का उल्लेख किया। इस कार्यक्रम में सभी विभागों के विभागाध्यक्ष और शिक्षकगण मौजूद थे I इस कार्यक्रम का संचालन आकांक्षा श्रीवास्तव ने किया।
