लखनऊ। राजधानी में बदमाशों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं, लेकिन इनकी रोकथाम के लिए न तो कानून अपना शिंकजा कस रहा है और न तो पुलिस। महकमे के बड़े अफसर हां इतना जरूर है कि अगर कोई घटना हो जाती है तो आनन फानन में समीक्षा बैठक जरूर कर ली जाती है और कुछ दिन तक दुरूस्त करने का दावा और शायद थोड़ा बहुत पुलिस पेट्रोलिंग उसके बाद फिर जस का तस।
बीते रविवार को राजधानी के आलमबाग थाना क्षेत्र में प्रदेश अध्यक्ष किसान मंच देवेन्द्र तिवारी रिंकू की गाड़ी रोककर कुछ बदमाशों ने किसान मंच के नेता रिंकू तिवारी के बारे में जानकारी ली। हालांकि गाड़ी में किसान नेता मौजूद नहीं थे गाड़ी में उनके ड्राइवर सहित सरकारी सुरक्षा कर्मी व अन्य समर्थक थे जो कि किसान नेता रिंकू को घर से छोड़कर वापस आ रहे थे। घटना लगभग 10:30 बजे रात की है ड्राइवर व उनके समर्थकों के मुताबिक बदमाशों ने जब गाड़ी में झांककर देखा तो उसमें सरकारी गनर बैठा था जिसको देख कर वे लोग यह धमकी देते हुए फरार हो गए कि उनको समझा देना कि ज्यादा नेतागिरी की तो जान से हाथ धोना पड़ेगा ।
सुबह होते ही उनके सरकारी गनर ने यह जानकारी किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष को दी। किसान नेता ने अज्ञात लोगों के खिलाफ आलमबाग थाने मुकदमा दर्ज करवा कर पुलिस से बदमाशों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है। किसान मंच के प्रदेश अध्यक्ष लगातार किसानों की आवाज उठाया करते हैं। हालही में किसान नेता ने गौ आश्रय केन्द्र में हुये व्यापक भ्रष्टाचार के खिलाफ उच्च न्यायालय में जनहित याचिका भी दायर की है साथ ही गौ माता की लगातार प्रदेश में मौतों को लेकर भी काफी गंभीर हैं।
