मेरठ में मां-बाप की हत्या करने वाले बेटे का कबूलनामा:उनकी हरकतों से परेशान हो गया था

# ## Meerut Zone

(www.arya-tv.com) मेरठ में मां की पिटाई से परेशान इकलौते बेटे ने दोस्त के साथ मिलकर मंगलवार को पिता की हत्या कर दी। वारदात के दौरान बगल में सो रही मां की आंख खुल गई। बेटे को लगा कि मां कहीं सच्चाई न बता दे। इसलिए उन्हें भी मार डाला। इसके बाद बेड पर ही दोनों के शव को छोड़कर भाग गए।

पुलिस ने मृतक के कॉल डिटेल की छानबीन की। इसमें पिता के फोन पर लास्ट कॉल बेटे की थी। इसके बाद पुलिस ने बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। बेटे ने पहले तो पुलिस को गुमराह किया, लेकिन फिर अपने ही बयानों में फंसता चला गया।

पुलिस को बेटे आर्यन ने बताया,”पापा हर दिन शराब पीकर घर आते थे। इसके बाद मम्मी की पिटाई करते थे। मना करने पर मुझसे भी विवाद करते थे। इससे परेशान हो गया था।” फिलहाल पुलिस ने बेटे और दोस्त को गिरफ्तार कर लिया है।

दोस्त के साथ मिलकर बनाया प्लान
आर्यन ने पुलिस को बताया, ”मैं पिता की हरकतों से आजिज हो गया था। इसके बारे में मैंने दोस्त आदित्य बताया। इसके बाद हम दोनों ने पिता प्रमोद की हत्या का प्लान बनाया। दोस्त शास्त्री नगर में रहता है, वह गुड़गांव में कॉल सेंटर में काम करता है। मेरी बहन कनिष्का गुड़गांव में जॉब करती है।

मैं मंगलवार को रात करीब 8 बजे गुड़गांव से मेरठ स्थित घर पहुंचा। करीब 9 बजकर 30 मिनट पर दोस्त के पास गया। आधे घंटे बाद यानी रात 10 बजे दोबारा दोस्त आदित्य के साथ में घर पहुंचा। पापा प्रमोद को कॉल करके घर के पीछे का दरवाजा खुलवाया। फिर हम दोनों घर के अंदर गए।”

मैंगोशेक में पिलाई बेहोशी की दवा
आरोपी ने बताया, ”प्लान के मुताबिक, मैंने दादा-दादी और मां को मैंगोशेक में बेहोशी की दवा मिलाकर पिलाया। मगर, पिता को बिना दवा का मैंगोशेक दिया। फिर घरवालों से कहा कि मुझे दोस्त को घर छोड़ना है। इसलिए स्कूटी लेकर जा रहा हूं। फिर मैं दोबारा करीब 1 बजे लौटकर घर आया। फिर पापा को फोन कर दरवाजा खुलवाया। दोस्त घर के बाहर खड़ा था। पिता दरवाजा खोलने के बाद सोने चले गए। फिर दरवाजा खोलकर दोस्त को अंदर बुलाया।”

आर्यन ने बताया, इसके बाद हम दोनों लोग बेडरूम में जाकर पिता प्रमोद का गला चाकू से रेतकर हत्या कर दी। उसी दौरान पिता की चीख सुनकर अचानक मां ममता नींद से उठ गईं। हम दोनों को लगा कि कहीं मां पुलिस को सच न बता दे। इसलिए गुस्से में हम दोनों ने मां का भी गला रेत दिया। वारदात के बाद दोस्त को घर छोड़कर गुड़गांव चला गया।”

आयर्न ने बताया, ”किसी को शक न हो। इसलिए पिता के मोबाइल पर सुबह 8.45 पर कॉल किया। इसके बाद पड़ोस के शुभम के परिवार को फोन किया। कहा कि मम्मी, पापा फोन नहीं उठा रहे हैं। आप मेरी बात करा दीजिए। इसके बाद पड़ोस में रहने वाले शुभम, प्रमोद के घर आए। नीचे प्रमोद के बुजुर्ग मां-बाप को उठाने के लिए कई आवाज लगाई, लेकिन कोई नहीं उठा।

काफी देर बाद प्रमोद की मां लड़खड़ाते हुए बाहर आईं। उन्हें लेकर शुभम ऊपर की मंजिल पर पहुंचे। आवाज लगाने पर जब कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला, तो सभी कमरे के अंदर गए। बेडरूम पर प्रमोद और ममता के शव बेड पर पड़े हुए थे। चद्दर खून से सनी हुई थी। शुभम ने घटना की सूचना पुलिस को दी।”