कहीं भूल तो नहीं गए अमृतसर का दशहरा कांड, आज भी नहीं मिली पीड़ितों को सजा

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लखनऊ। अधर्म पर धर्म की जीत यानी विजयदशमी का त्योहार। साल 2018 में आज ही के दिन मौत बनकर पटरी पर दौड़ी थी एक ट्रेन, जिसने 60 लोगों की जिंदगी छीन ली थी।

पंजाब के अमृतसर के लोग आज भी मातम मना रहे हैं। घटना को आज एक साल पूरा हो गया है और न तो दोषियों को सजा हुई और न ही पीड़ितों को नौकरी देने का वादा पूरा हुआ।

साल 2018 में विजयदशमी के दिन रेल की पटरी पर खड़े होकर रावण दहन देखने वाले 60 लोगों ने ट्रेन की चपेट में आकर अपनी जान गंवा दी थी। साल 2018 में विजयदशमी के दिन अमृतसर में हुए उस भयानक हादसे के पीड़ित परिवार आज भी आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पीड़ित परिवारों का कहना है कि सरकार के जरिए हादसे में जान गंवाने वाले पीड़ित परिवार के सदस्यों को नौकरी देने का वादा आजतक पूरा नहीं हो पाया है। रेल हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों ने जोड़ा फाटक तक कैंडल मार्च निकाला और हादसे का शिकार हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी।

क्या था पूरा मामला

साल 2018 में दशहरा के दिन अमृतसर के जोड़ा फाटक के पास दशहरा का आयोजन हो रहा था और रावण का पुतला जलाया जा रहा था। इसी दौरान रेलवे ट्रैक पर लोग खड़े हुए थे, लेकिन तभी अचानक ट्रेन आ गई और देखते ही देखते वहां लाशों का ढेर लग गया।