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देवरिया में पिता ने अपनी गर्भवती नाबालिग बेटी की गला घोंटकर हत्या की। बेटी के दुपट्टे से ही उसका गला घोंटा, फिर शव को बालू के बोरे में भरकर नदी में फेंक दिया था। बोरे में बालू भी भरा था, ताकि वजन ज्यादा हो और शव उतरा ना सके। आरोपी पिता ने परिवार के सदस्यों को बाहर मजार पर चादर चढ़ाने के लिए दरगाह भेजा था।
परिजनों के लौटने पर उन्हें बेटी के प्रेमी के साथ भाग जाने की बात बताई थी। तीन दिन पहले गंडक नदी में लड़की का शव उतराता मिला तो परिजनों को भी जानकारी हुई। पिता ने लड़की के प्रेमी पर हत्या का आरोप लगाया। उधर, पुलिस ने प्रेमी, पिता व परिवार के सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पिता ने बात कुबूल कर ली। आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मौत के तीन दिन बाद मिला था किशोरी का शव
मामला देवरिया के महुआडीह थाना क्षेत्र के एक गांव का है। बीती 30 मार्च से गांव से एक किशोरी लापता हुई। उसी रात परिजन बाहर दरगाह पर चादर चढ़ाने के लिए गए थे। पिता घर पर अकेला था। अगले दिन घरवालों के लौटने पर पिता ने कहा कि बेटी अपने प्रेमी के साथ भाग गई है।
किशोरी के भाग जाने की खबर गांव में फैल गई। इसी बीच 2 अप्रैल को किशोरी का शव छोटी गंडक नदी में उतराता मिला। गांव वालों ने शिनाख्त की तो परिजनों को सूचित किया गया। परिजनों ने देखा तो कोहराम मच गया। उधर, पिता के होश उड़ गए। पुलिस भी पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। हालांकि पिता पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहता था। तब जाकर पुलिस को शक हुआ।
पुलिस ने पिता सहित रिश्तेदारों को हिरासत में लिया
उधर, 2 अप्रैल को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो पता चला कि किशोरी गर्भवती थी। साथ ही दम घुटने से उसकी मौत हुई है। पुलिस की शक की सुई परिजनों और प्रेमी की ओर घूम गई। पुलिस ने 3 अप्रैल को किशोरी की मां, पिता, चाचा, चाची, बुआ और प्रेमी सहित 8 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया।
दो दिनों तक पूछताछ हुई। इसके बाद 5 अप्रैल को मां सहित अन्य सभी महिलाओं को पुलिस ने छोड़ दिया। लेकिन प्रेमी, पिता और चाचा से हिरासत में पूछताछ जारी रखा। सूत्रों के अनुसार, पिता पहले तो घटना में शामिल होने से इंकार करता रहा। जब पुलिस ने सख्ती की तो वह टूट गया और बेटी की हत्या की बात कबूल कर ली।