(www.arya-tv.com) इत्तेहाद ए मिल्लत परिषद (IMC) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा शुक्रवार को बरेली पहुंचे। उन्होंने कहा,”देश में कानून का राज रहेगा या लाठी का। लाठी हमारी भी कमजोर नहीं। भिमानी हत्याकांड के जो आरोपी हैं उनकी हिमायत में जलसे किए जा रहे हैं। पुलिस की भी टांगे तोड़ देने की हद तक की भी बातें पहुंची हैं।” उन्होंने दरगाह आला हजरत स्थित अपने आवास पर ये बातें मीडिया से कहीं।
“नरेंद्र मोदी धृतराष्ट की भूमिका से बाहर आएं”
उन्होंने कहा,”नरेंद्र मोदी को धृतराष्ट की भूमिका से बाहर आना चाहिए। साथ दुर्योधन और दुशासन पर भी सख्ती करनी चाहिए। एक द्रौपदी का चीर हरण करने की कोशिश की थी। साड़ी खींचने की कोशिश की गई थी, लेकिन दुर्योधन और दुशासन गली-गली घूम रहे हैं।”
“हमारे नौजवानों का कत्ल किया जा रहा है। कन्हैया लाल की हत्या सभी को याद होगी। जिन्होंने हत्या की वह दो भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए थे, या नहीं थे, लेकिन वह मुसलमान थे। पूरे हिंदुस्तान में एक भी बयान भी बताइए, जिन्होंने कन्हैयालाल की हत्या की मुखालपत की।”
“विहिप और बजरंग दल आतंकी संगठन”
उन्होंने कहा,” नरेंद्र मोदी जी से मैं यह यह उम्मीद करता हूं उन्हें सख्त फैसला लेना चाहिए। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल इन दोनों आतंकवाद जमातो पर प्रतिबंध लगाना चाहिए। जैसा पीएफआई ओर सीमी पर लगाया था। मुझे अंदेशा है कि यह दुर्योधन एक और महाभारत करने में हमारे देश में कामयाब हो जाएंगे। यह बेहतर नहीं होगा।
हम हुकुमत को समय देते हैं, यदि 15 दिन के अंदर कोई इस पर नोटिस नहीं लिया। कोई जबाव नहीं दिया। हम पार्लियामेंट का घेराव करने के लिए मजबूर होंगे। बरेली से नहीं पूरे हिंदुस्तान से सारे देश के मुसलमानों से आह्वान है कि दिल्ली में घेराव करेंगे। तारीख भी फाइनल कर दी जाएगी। हत्या हो जाना गंभीर नहीं है, लेकिन हत्यारों के हिमायत में जलसे करना गंभीर बात है।”
“हिंदुओं के लिए अपशब्द भी कहे”
उन्होंने कहा,”हिंदू राष्ट्र किसी के बाप की ताकत नहीं है जो बना सके। RSS प्रमुख यह कहते हैं कि सबका डीएनए एक है। मैं यह कहता हूं कि आने वाला वक्त इतिहास कभी माफ नहीं करेगा। मैं खुलकर चेतावनी देता हूं कि यदि इन दुर्योधन और दुशासन पर अंकुश नहीं लगाया गया। इन पर पाबंदी नहीं लगाई गई।”
“मुझे अंदेशा है कि एक और महाभारत हो सकती है। सारे रावण, दुशासन आपके सामने हैं। यदि देश में शांति चाहते हो। यदि मुसलमान से इतनी ही नफरत है तो 100 कु… मिलकर शेर का शिकार मत करो। आओ आमने सामने मिलकर मुकाबला होगा।