मुंबई। बैंक घोटाले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार पर केस के बाद पॉलिटिक्स शुरू हो गई है। एक तरफ ईडी ने उनसे दफ्तर में न आने की अपील की है। वहीं शरद यादव का कहना है कि बैंक घोटाले में एफआईआर के खिलाफ वह ईडी दफ्तर जाएंगे और अपना पक्ष रखेंगे। जबकि इस मामले में अभी तक उन्हें ईडी की तरफ से कोई नोटिस नहीं दी गई है।
शुक्रवार को यह मामला और तेज हो गया है। बैलार्ड एस्टेट स्थित प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर के आगे एनसीपी के सैकड़ों कार्यकर्ता जमा हो गए हैं। नारेबाजी हो रही है। हालांकि धारा 144 लागू कर दी गई है।
शरद पवार ने अपने समर्थकों से अपील की है कि वे ईडी के दफ्तर के सामने न जुटें, हालांकि बलार्ड एस्टेट के आसपास धारा 144 लागू कर दी गई है।
शिवसेना सांसद संजय राउत और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शरद पवार का समर्थन किया है।
क्या है पूरा मामला?
प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक में 25 हजार करोड़ रुपये के कथित घोटाले में शरद पवार और उनके भतीजे अजीत पवार के साथ कई राजनेताओं और अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
आपको बता दें कि अगले महीने 21 अक्टूबर को महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले ईडी के इस कदम से राज्य में राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। एक महीना पहले ही बॉम्बे हाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस को एमएससीबी मामले में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था।
एनसीपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि बीजेपी के इशारे पर ईडी काम कर रही है।
Mumbai: Sec144 CrPC has been imposed at Ballard Estate, where the office of Enforcement Directorate is situated;NCP Chief Sharad Pawar to visit ED office today to make himself available to the agency for their investigation in the money laundering case, in which he has been named pic.twitter.com/lixmftwYma
— ANI (@ANI) September 27, 2019