अरेस्ट:लखनऊ में 1000 घरों के मीटर में लगाई चिप, रिमोट से कंट्रोल करते थे

# ## Lucknow

(www.arya-tv.com)  यूपी STF ने लखनऊ में एक हजार से अधिक उपभोक्ताओं के घर में बिजली बिल कम करने के लिए मीटर में इलेक्ट्रॉनिक चिप लगाने वाले गिरोह के पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग चिप के साथ ही चिकित्सा में इस्तेमाल होने वाली सिरिंज का यूज करते थे। शासन में इसकी शिकायत होने पर STF को जांच दी गई थी।

घर से फैक्ट्री तक के मीटर में करते थे खेल
STF के मुताबिक, आलमबाग, कनकसिटी निवासी सतीश शर्मा, जौनपुर निवासी अली उमर, प्रियदर्शिनी कॉलोनी निवासी अर्जुन प्रसाद, आशियाना का सोनू पाल उर्फ समीर और सीतापुर-संदना के रमन गौतम को गिरफ्तार किया है।

STF गिरोह के मास्टर माइंड की तलाश कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, इसमें कुछ बिजली विभाग के कर्मचारियों के भी शामिल होने की जानकारी मिली है। टीम उनसे भी पूछताछ करेगी। ये लोग मास्टर माइंड के कहने पर उपभोक्ताओं के यहां चिप लगे मीटर लगा देते थे। इससे मीटर धीमें चलने लगता था। यह घर से फैक्ट्री तक के मीटर में खेल करते थे। गिरफ्तार लोगों के पास से STF ने कंपनियों के 578 मीटर, सैकड़ों सिरिंज, 539 चिप, 65 रिमोट, 9900 रुपए, एक कार, एक स्कूटर, तीन मशीन मैगनीट्रॉन (मीटर डिस्प्ले को एकदम गायब करने के लिए) समेत कई अन्य उपकरण बरामद किए हैं।

इस तरह बिजली मीटर को धीमा कर रहे थे आरोपी
स्मार्ट मीटर को धीमा करने के लिए गिरोह के सदस्य टर्मिनल प्लेट की सील से छेड़छाड़ करके मीटर में जाने वाले इनकमिंग करंट, न्यूट्रल और आउटगोइंग करंट, न्यूट्रल वायर के बीच एक महीन तार लगा देते हैं। इस तार के जरिए करंट बाइपास होने लगता है।

चिप लगाकर रिमोट से कंट्रोल करते थे मीटर
STF के मुताबिक, ये लोग मीटर में चिप लगा देते थे। इसके बाद उसको रिमोट से कंट्रोल करते थे। इससे इन लोगों ने राजस्व में करोडों का चूना लगाया। STF के प्रभारी SSP विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि सरगना पकड़े जाने पर इस गिरोह का पूरी तरह से भंडाफोड़ हो जाएगा। ये लोग अभी तक यह नहीं बता सके कि कितने घरों में बिजली बिल कम करने के लिए ऐसा किया गया है। STF करीब एक हजार घरों में ऐसा करने की आशंका जता रही है।

विद्युत उपकेंद्रों पर खोजते थे ग्राहक
गिरोह के एजेंट विद्युत उपकेंद्रों के पास उपभोक्ताओं को अपने जाल में फंसाते थे। उपभोक्ता भी कम बिल के चक्कर में इनके झांसे में आ जाते थे। कई मामलों में तो ये लोग अपना चिप लगा  बिजली मीटर ले जाते थे और उसे लगा आते थे। कुछ जगह पर घर जाकर ये लोग पुराने मीटर में ही चिप लगा देते थे। ऐसा वहीं करते थे, जहां मीटर अंदर लगे होते थे ताकि उपभोक्ता के अलावा कोई और चिप लगाते न देख सके।

वाराणसी में पहले से ही दर्ज हैं मुकदमे
डिप्टी SP संजीव दीक्षित ने बताया कि गिरोह के खिलाफ मीटर धीमा कर अवैध तरीके से वसूली करने का मुकदमा वाराणसी के लालपुर थाने और लखनऊ के गाजीपुर थाने में पहले से दर्ज है। इसकी जांच STF को मिली थी।