(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के तराई इलाकों में अचानक से 1 से 2 डिग्री के तापमान में गिरावट होने की संभावना बढ़ गई है। मंगलवार से पछुआ हवा में तेजी आएगी। इसके असर से तापमान में एक से दो डिग्री तक की गिरावट होने का अनुमान है। मौसम विभाग के प्रभारी निदेशक दानिश अंसारी ने बताया कि 3 दिन तक हवा में तेजी रहेगी इससे रात के तापमान के साथ ही दिन के तापमान कम रहेगा। 3 दिन बाद फिर से तापमान सामान्य होने का अनुमान है।
मौसम वैज्ञानिक भी अब बेचैनी महसूस करने लगे
आमतौर पर दिसंबर की शुरुआत में ही बढ़िया ठंडक होने लगती थी। लेकिन इस सीजन में अधिकतम तापमान 25 से 26 डिग्री से कम ही नहीं हो रहा है। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक इस पर पहाड़ों पर कम बर्फबारी न होना और बारिश का न होना जैसा कारण मान रहा है। इसी वजह से सर्दी न हो पा रही है।
अभी तक वेस्टर्न डिस्टरबेंस के चलते सर्दी के थोड़ा लेट होने के पूर्वानुमान जारी करने वाले मौसम वैज्ञानिक भी अब बेचैनी महसूस करने लगे हैं। तापमान में गिरावट न आने से कोहरे और पाले की शुरुआत नहीं हो पा रही है।
3 महीने का मौसम विभाग ने बताया अनुमान
आंचलिक मौसम केंद्र, लखनऊ के प्रभारी दानिश आजाद ने दिसंबर, जनवरी और फरवरी में होने वाली सर्दी का अनुमान जारी करते हुए बताया है कि इस सामान्य से कम सर्दी रहेगी। उन्होंने बताया कि आमतौर पर नवंबर के अंत में या दिसंबर की शुरुआत में बारिश हो जाती थी। बारिश के तत्काल बाद से सर्दी होने लगती थी।
निदेशक ने सर्दी की कमी का दूसरा कारण पहाड़ों पर बर्फबारी का कम होना भी बताते हैं। पहाड़ों पर अधिक बर्फबारी होने के बाद उससे टकराकर आने वाली हवाएं ही मैदानी इलाकों में सर्दी बढ़ाती हैं।