25 लाख भक्त करेंगे अयोध्या की पंचकोसी परिक्रमा:आज शाम 8 बजे के बाद शुरू होगी

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(www.arya-tv.com) देवोत्थान एकादशी पर आज करीब 25 लाख भक्त अयोध्या की पंचकासेी शास्त्रीय सीमा की परिक्रमा करेंगेl परिक्रमा 3 नवंबर को शाम 8 बजकर 30 मिनट से आरंभ होकर 4 नवंबर को शाम 6 बजकर45 मिनट तक चलेगीlयह परिक्रमा मार्ग करीब 15 किलोमीटर लंबा हैl गुरुद्धारा ब्रह्मकुंड के पास यह संकरा होने से प्रशासन के लिए चुनौती भरा होता हैl

पंचकोसी परिक्रमा मार्ग को 03 जोन में बांटा गया

डीएम नीतिश कुमार ने बताया कि पंचकोसी परिक्रमा मार्ग को 03 जोन में बांटा गया है। जिसमें पर्याप्त संख्या में जोनल, सेक्टर, सब सेक्टर, स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। जिलाधिकारी ने समस्त मजिस्ट्रेट एवं अधिकारियों तथा कर्मचारियों को अपने अपने दायित्वों का सम्यक निर्वाहन करने के भी निर्देश दिए गए हैं। रेलवे स्टेशन की क्रासिंग पर पी0एम सिस्टम की स्थापना कराते हुए बैरियर लगाते हुए मजिस्ट्रेट ड्यूटी लगाई गयी है।

एकादशी के दिन देवता शयन से उठते हैं, इसलिए इसे देवोत्थान एकादशी कहते हैं

कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी देवोत्थान एकादशी के रूप में मनाई जाती है। दीपावली के बाद आने वाली इस एकादशी को प्रबोधिनी एकादशी भी कहते हैं।आषाढ शुक्ल एकादशी की तिथि को देव शयन करते हैं और इस कार्तिक शुक्ल एकादशी के दिन उठते हैं। इसलिए इसे देवोत्थान एकादशी भी कहते हैं। कहा जाता है कि भगवान विष्णु चार महीने पश्चात वो कार्तिक शुक्ल एकादशी को जागते हैं। विष्णुजी के शयन काल के चार माह में विवाह आदि अनेक मांगलिक कार्यों का आयोजन निषेध है।

श्रीरामवल्लभाकुंज के प्रमुख और अयोध्या एडवर्ड तीर्थ विवेचिनी सभा के अध्यक्ष स्वामी राजकुमार दास ने बताया कि एक बार भगवान विष्णु से उनकी प्रिया लक्ष्मी जी ने आग्रह के भाव में कहा- हे भगवान, अब आप दिन रात जागते हैं। लेकिन, एक बार सोते हैं,तो फिर लाखों-करोड़ों वर्षों के लिए सो जाते हैं। तथा उस समय समस्त चराचर अर्थात संसार का नाश भी कर डालते हैं। इसलिए आप नियम से विश्राम किया कीजिए। आपके ऐसा करने से मुझे भी कुछ समय आराम का मिलेगा।

लक्ष्मी की सलाह पर शयन पर गए भगवान विष्णु
लक्ष्मी जी की बात भगवान को उचित लगी। उन्होंने कहा, तुम ठीक कहती हो। मेरे जागने से सभी देवों और खासकर तुम्हें कष्ट होता है। तुम्हें मेरी सेवा से वक्त नहीं मिलता। इसलिए आज से मैं हर वर्ष चार मास वर्षा ऋतु में शयन किया करुंगा। मेरी यह निद्रा अल्पनिद्रा और प्रलयकालीन महानिद्रा कहलाएगी।यह मेरी अल्पनिद्रा मेरे भक्तों के लिए परम मंगलकारी रहेगी। इस दौरान जो भी भक्त मेरे शयन की भावना कर मेरी सेवा करेंगे, मैं उनके घर तुम्हारे समेत निवास करुंगा।

पंचकोसी परिक्रमा के अवसर पर आने वाले श्रद्धालु अपने वाहनों को यहां पार्क करेंगें
 गोरखपुर, बस्ती, गोण्डा से आने वाले श्रद्धालुगण के वाहनों की पार्किंग –
1.नया रोडवेज हाई- वे (भारी वाहन)
2.साकेत पुल के बायें (चार पहिया वाहन)
3.बैकुण्ठ धाम के दायें व बायें खाली मैदान (भारी वाहन/चार पहिया)
4.दिल्ली सेवा संस्थान का खाली मैदान सरयू नदी पार बस्ती की तरफ (भारी वाहन/चार पहिया)
5.सचिन जायसवाल का खाली मैदान सरयू नदी पार बस्ती की तरफ (भारी वाहन/चार वाहन)
 लखनऊ से आने वाले श्रद्धालुगणों के वाहनों की पार्किंग –
1.विवेक सृष्टि के सामने (चार पहिया)
2.रामकथा कुन्ज का खाली मैदान (चार पहिया)
3.रामकथा कुन्ज के सामने खाली मैदान (चार पहिया)
4.चौरसिया रेस्टोरेन्ट के बगल खाली मैदान (चार पहिया)
5.मल्टीलेवल पार्किंग (दो पहिया)
 अयोध्या कैण्ट शहर की तरफ से जाने वाले वाहनों की पार्किंग-
1.निर्माणाधीन आर0टी0ओ0 कार्यालय का खाली मैदान गुप्ता होटल (दो पहिया)
सभी प्रकार के वाहनों का डायवर्जन आज सांय 4 बजे से पंचकोसी परिक्रमा समाप्ति तक
1.अयोध्या क्षेत्र से अयोध्या धाम की ओर से आने वाले सभी प्रकार के वाहन बेनीगंज तिराहे तक आयेंगे।
2.बेनीगंज चौराहे से जलपा चौराहा (उदया चौराहा) की तरफ सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगा।
3.बूथ नं0 4 तिवारी का पुरवा से साथी तिराहा से सभी प्रकार के वाहनों का पंचकोसी परिक्रमा की ओर प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
4.दर्शन नगर चौराहा से आसिफबाग चौराहे/विद्याकुण्ड की तरफ किसी प्रकार का वाहन प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
5.लकड़ मण्डी चौराहा एंव दुर्गा गंज माझा से नयाधाट की तरफ सभी प्रकार के वाहनों का आवागमन पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगा।
6.बालू घाट बैरियर से रामघाट चौराहे की तरफ सभी प्रकार का वाहन प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
7.महोबरा हाइवे से महोबरा चौराहे की तरफ सभी प्रकार का वाहन प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
8.देवकाली से साकेतपुरी कट परिक्रमा मार्ग की तरफ सभी प्रकार का वाहन प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
9.साकेत पेट्रोल पम्प से नयाघाट की तरफ सभी प्रकार का वाहन प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।

जिलाधिकारी श्री नितीश कुमार ने बताया कि परिक्रमा/कार्तिक पूर्णिमा मेला कोसा कुशल एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराए जाने तथा श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं सुगमता पूर्वक उपलब्ध कराए जाने के दृष्टिगत मेला कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है। कन्ट्रोल रूम में 04 पी0एन0टी0 नंबर 05278-232043, 232044, 232046, 232047 एवं 01 मोबाइल नंबर 9120989195 की व्यवस्था की गई है।

इसी के साथ है परिक्रमा के दौरान 20 पूर्व चिन्हित स्थानों पर विश्राम स्थल बनवाया जाता है जहॉ पर श्रद्धालुओं के पीने हेतु वाटर टैंकर लगाया जाता है तथा कतिपय स्थलों पर मोबाइल ट्वायलेट लगाया जाता रहा है।

कुल 20 विश्राम स्थलों की स्थापना

उन्होंने विश्राम स्थलों की जानकारी देते हुए बताया कि हनुमान गुफा, मौनी बाबा,हलकारा का पुरवा,तिवारी का पुरवा, बैतरनी, कुढ़ा केशवपुर, दर्शन नगर, सूर्यकुण्ड, आचारी का सगरा,फतेहपुर, मिर्जापुर, भीखापुर,जनौरा,नाका हनुमानगढ़ी, हनुमानगढ़ी सहादतगंज, जमथरा, निर्मली कुण्ड, अफीमकोठी, चक्रतीर्थ तथा ब्रह्मकुण्ड गुरूद्वारा कुल 20 विश्राम स्थलों की स्थापना की गई हैl

05 स्थानों पर खोया पाया कैम्प

उन्होंने आगे बताया कि 05 स्थानों पर खोया पाया कैम्प यथा- बन्धा तिराहा,तुलसी उद्यान, हनुमानगढ़ी, कोतवाली अयोध्या तथा सरयू आरती स्थल पर खोया-पाया कैम्प स्थापित कराया गया है।

भक्तों के लिए बेड आरक्षित

जिलाधिकारी ने बताया कि आने वाले श्रद्धालुओं की चिकित्सा व्यवस्था हेतु जिला चिकित्सालय में 20, श्रीराम चिकित्सालय में 10 एवं राजर्षि दशरथ चिकित्सालय (मण्डलीय चिकित्सालय-10) बेड आरक्षित कराया गया है। इसी के साथ ही 10 स्थानों पर एंबुलेंस यथा 1. बन्धा तिराहा, 2 हनुमान गुफा, 3.हलकारा का पुरवा, 4.दर्शन नगर, 5.जनौरा, 6. सहादतगंज, 7. गुप्तार घाट, 8. चक्रतीर्थ, 9. ऋणमोचन घाट, 10. कन्ट्रोल रूम अन्तर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय की व्यवस्था की गई है।

अस्थायी उपचार केन्द्र की व्यवस्था के अन्तर्गत 16 स्थानों पर

उन्होंने बताया अस्थायी उपचार केन्द्र की व्यवस्था के अन्तर्गत 16 स्थानों पर की गयी है:-1.कन्ट्रोल रूम अन्तर्राष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय, 2.हनुमानगुफा, 3.मौनी बाबा, 4 हलकारा का पुरवा, 5. दर्शन नगर, 6. आचारी सगरा, 7 मिर्जापुर, 8 जनौरा, 9.सहादतगंज हनुमानगढ़ी, 10. गुप्तार घाट, 11.जमथरा, 12.अफीम कोठी, 13. अमानीगंज अशोका द्विवेदी के घर के सामने, 14.चक्रतीर्थ, 15. कौशिल्या घाट, 16. ऋणमोचन घाट, 17. पक्का घाट (08 बेड का अस्थाई चिकित्सालय) हैl

जिलाधिकारी ने बताया कि श्रद्धालुओं की मदद हेतु “मे आई हेल्प यू बूथ” की स्थापना 1.कनक भवन, 2.राम की पैड़ी, 3.हनुमानगढ़ी, 4. बन्धा तिराहा/लता मंगेशकर चौराहा, 5.अयोध्या रेलवे स्टेशन तथा 6.तुलसी उद्यान की स्थापना की गयी है।