(www.arya-tv.com) गृह विभाग की एक अहम बैठक बुधवार लोक भवन में अपर मुख्य सचिव गृह संजय प्रसाद की अध्यक्षता में आयोजित हुई। प्रदेश में नए थाने खोलने को लेकर साइबर अपराध रोकने को लेकर पुलिस की साइबर शाखा से सुझाव मांगा गया है।
मांगे गए सुझाव में या प्रस्ताव भी मांगा गया है कि किन जिलों में साइबर थाने को खोला जाए जिससे ज्यादा से ज्यादा पीड़ितों को मदद की जा सके।
बीते दिनों गृह विभाग की समीक्षा बैठक में सीएम योगी ने साइबर अपराधियों और साइबर क्राइम को रोकने को लेकर विशेष अभियान चलाने और जरूरत के उपकरण तैयार करने के निर्देश दिए थे। सीएम योगी ने यहां तक कहा था कि 5जी की तकनीक के तहत साइबर थाने और साइबर क्राइम रोकने के योजना तैयार की जाए।
5G की टेक्निक के तहत चुनौतियों को लड़ने की प्रक्रिया हो
अपर मुख्य सचिव गृह संजय प्रसाद ने बैठक में कहा कि 5-जी तकनीक के दृष्टिगत प्रदेश के महत्वपूर्ण स्थलों यथा बैंक, रेलवे, मेट्रो, पावर सेक्टर व अन्य महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों में डाटा सिक्योरिटी की चुनौतियों का अध्ययन कर उससे निपटने के लिए जरूरी प्रयासों के संबंध में भी शासन द्वारा पुलिस विभाग से रिपोर्ट मांगी गयी है। इसके लिए आईआईटी कानपुर व अन्य साइबर विशेषज्ञों से भी समन्वय स्थापित किया जायेगा।
पास्को एक्ट के तहत कार्रवाई की जाए साइबर अपराध के मामलों में भी प्रभावी कार्यवाही के लिए पाक्सो कोर्ट्स को भी साइबर अपराधों के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट्स में नामित कराये जाने के संबंध में भी शासन द्वारा गंभीरता से विचार किया जा रहा है। बैठक में भारत सरकार द्वारा अपनाये जाने वाले साइबर सुरक्षा उपायों को भी राज्य सरकार द्वारा अपनाये जाने के सम्बंध में गहन विचार-विमर्श किया गया।
साथ ही साइबर सुरक्षा के प्रति पुलिस कर्मियों को नई-नई तकनीकों का प्रशिक्षण दिये जाने तथा साइबर फारेंसिक लैब की स्थापना पर भी विचार-विमर्श किया गया।प्रदेश में नवनिर्मित होने वाले फारेंसिक साइन्स इन्स्टीट्यूट में आगामी शैक्षणिक सत्र से डिप्लोमा व अन्य कोर्सेस को चालू किये जाने के संबंध में भी अब तक हुई प्रगति की समीक्षा की गई तथा इस संबंध में अन्य अग्रिम कार्यवाही शीघ्र किये जाने के निर्देश दिये गये।
बैठक में सचिव गृह तरूण गाबा, अपर पुलिस महानिदेशक, साइबर क्राइम सुभाष चन्द, अपर पुलिस महानिदेशक, तकनीकी शाखा, मोहित अग्रवाल, एडीजी रेलवे, पीयूष आनन्द के अलावा आईटी यूपीपीसीएल आदि विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।