(www.arya-tv.com) कानपुर में 12वीं के छात्र रोनित सरकार की किडनैपिंग के बाद हत्या की गई। छात्र की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीर पर 10 चोट के निशान मिले हैं। संघर्ष के बाद हत्यारे ने रोनित को मारने के लिए उसके गले में बंधी हुई टाई का ही इस्तेमाल किया। गला घोंटने के बाद उसकी बॉडी को स्टेशन के पीछे जंगल में फेंका गया।
अब सवाल उठता है कि एक छात्र को भला कोई क्यों मारेगा? क्योंकि फिरौती का फोन परिवार के पास आया नहीं। ऐसे में संकेत यही है कि रोनित का किसी से विवाद हुआ होगा। जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से 6 संदिग्धों को उठाया है।
क्राइम स्पॉट पर मिली बीयर की बोतलें
पुलिस के मुताबिक घटनास्थल पर बीयर की बोतलें, सिगरेट के फिल्टर और नमकीन के पैकेट मिले हैं। पुलिस ने आशंका जताई है कि हो सकता है छात्र अपने पहचान के लोगों के साथ यहां आया और किसी बात को लेकर झगड़ा और हत्या कर दी गई। वहीं स्थानीय लोगों के मुताबिक रेलवे ट्रैक किनारे सन्नाटा होने के कारण आस-पास के स्कूलों के छात्र यहां आकर सिगरेट पीते हैं।
मर्डर मिस्ट्री को सॉल्व करने के लिए पुलिस ढूंढ रही 6 सवालों के जवाब
- रोनित का स्कूल से अगर अपहरण किया गया तो फिरौती के लिए कॉल क्यों नहीं की गई।
- रोनित से आखिरी बार कौन मिला था और फोन पर आखिरी बार किससे बात हुई।
- दोस्तों और मोहल्लों में रोनित का क्या किसी से विवाद था।
- रोनित की हत्या करने वाला का क्या मोटिव रहा होगा। उसकी मौत से किसको फायदा मिलेगा।
- हत्या कहां की गईं। रोनित को घटना स्थल पर ही मारा गया या कहीं और हत्या की गई।
- रोनित घटना स्थल तक आखिर कैसे और किसके साथ पहुंचा। हत्या में कितने लोग शामिल थे।
2 किमी. के दायरे में हुआ सब कुछ?
रोनित के पिता के मुताबिक स्कूल, घर और घटनास्थल की दूरी 2 किमी. से अधिक नहीं है। घर से स्कूल की दूरी करीब डेढ़ किमी. है। स्कूल से घटनास्थल की दूरी करीब 1 किमी. है। पिता का कहना है कि रोनित को कहीं और मारा गया, जंगल में लाकर सिर्फ फेंक दिया गया है। बॉडी अगर रात से पड़ी थी तो कपड़े भींगे या बॉडी पर मिट्टी लगी होनी चाहिए थे। जूते तक में मिट्टी नहीं लगी थी।
कैंट एरिया में सीसीटीवी नहीं
ACP कैंट मृगांक शेखर पाठक ने बताया कि छात्र CCTV फुटेज में स्कूल से पीएसी मोड़ की ओर जाते हुए दिखाई दिया है। उसके आगे लगे कैमरों की फुटेज नहीं मिलने के कारण अभी तक इस बात की जानकारी नहीं हो सकी कि छात्र किस रास्ते से घटनास्थल तक पहुंचा है। फिलहाल कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं।