काशी में गंगा में जलमग्न हुए 80% घाट: गंगा का जलस्तर वार्निंग लेवल से ढाई मीटर नीचे

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(www.arya-tv.com)  वाराणसी में गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। बीते तीन दिनाें में पानी का लेवल करीब तीन मीटर तक ऊपर चढ़ गया है। सभी 88 घाटों का 80% हिस्सा पानी में समा चुका है। अस्सी से लेकर नमो घाट तक गंगा का पानी घाटों की 90% सीढ़ियों को डूबो चुका है। नौका संचालन पर रोक है। आरती स्थल को रोजाना बदला जा रहा है। गंगा का पानी श्री काशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार के पास पहुंच चुका है। बाढ़ की वजह से शवदाह स्थलों पर अंत्येष्टि भी ऊपर होने लगी है। लकड़ियां गीली हो रहीं हैं। शवों को जलने में काफी टाइम लग रहा है। वहीं, गंगा पर्यटन पूरी तरह से तबाही के कगार पर है।

केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, आज सुबह 8 बजे तक वाटर लेवल 67.63 मीटर पर आ गया है। दो दिन पहले यह 66.58 मीटर और तीन दिन पहले तक गंगा का जल स्तर 65.48 मीटर पर दर्ज किया गया था। यह जलस्तर वार्निंग लेवल 70.26 मीटर से ढाई मीटर ही कम है।

बोटिंग पर ब्रेक से नाविकों की हालत खराब

गंगा किनारे के रहवासियों का कहना है कि कार्तिक महीने में उन्होंने कभी भी गंगा का यह रौद्र रूप नहीं देखा है। नाविकों की माली हालत इस साल बेहद लचर हो चुकी है। उनका कहना है कि दो महीने में तीसरी बार बोटिंग पर ब्रेक लगाया गया है। गंगा में इस बार की सूरत अलग है। घूमने-फिरने वाले मौसम में लोग बोटिंग कैंसिल करा रहे हैं।

यही तो समय है जब काशी में सैलानियाें की अच्छी-खासी भीड़ होती है। दशाश्वमेध घाट से लेकर तमाम घाटों पर स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं में भी कमी आ गई है। स्नान के लिए स्थान ही नहीं बचे हैं। पंडा-पुजारियों, माला-फूल के दुकानदाराें और चाय वालों के साथ भी यही स्थिति है।

छठ पूजा और देव दीपावली पर संकट

उत्तराखंड, वेस्ट यूपी, कानपुर और लखनऊ में भारी बारिश की वजह से गंगा में जलसैलाब आ गया है। जुलाई के बाद से वाराणसी में गंगा पांचवीं बार अपना विस्तार की हैं। आज से 13 दिन बाद छठ और 22 दिन बाद देव दीपावली का आयोजन होना है। 10 लाख दीयों से घाटों को जगमग करना है, मगर अभी सब कुछ गंगा में जलमग्न हैं। गंगा का जलस्तर यदि इस सप्ताह तक नहीं घटा तो देव दीपावली की तैयारी में काफी मशक्कत झेलनी पड़ सकती है।