प्रभात हत्याकांड केस अब मोदी के दरबार में:भाई राजीव ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा

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(www.arya-tv.com)  लखीमपुर खीरी के प्रभात गुप्ता हत्याकांड में न्याय मांगने उनके छोटे भाई राजीव गुप्ता अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दरबार में जाएंगे। वह पीएम के सामने इस हत्याकांड से जुड़े सभी साक्ष्य पेश करेंगे और मामले में मुख्य आरोपी बनाए केंद्रीय ग्रह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग करेंगे। इसके साथ ही वह सभी साक्ष्य RSS प्रमुख मोहन भागवत को भी दिखाकर न्याय मांगेंगे।

राजीव ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और RSS प्रमुख मोहन भागवत को पत्र लिखकर उनसे मिलने का समय मांगा है। उन्होंने अजय मिश्र टेनी को प्रभात गुप्ता की हत्या का नामजद अरोपी बताया है और लिखा है कि वह न्याय को बाधित कर रहे हैं।

पहले जानते हैं राजीव ने पत्र में और क्या लिखा है…

प्रभात हत्याकांड मामले की पैरवी कर रहे उनके छोटे भाई राजीव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व RSS प्रमुख पत्र लिखकर कहा है ” संज्ञान दिलाना है कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जनपद में 22 साल पहले तिकुनिया में प्रभात गुप्ता की हत्या की गई थी। उस समय हम लोग छोटे-छोटे थे। मुकदमा लिखाने वाले पिता जी स्व. संतोष गुप्ता को कैंसर होने के कारण 2005 में स्वर्गवास हो गया।

मुकदमे में अजय मिश्र टेनी नामजद आरोपी हैं और ग्रह राज्य मंत्री भी हैं। वह मुकदमे में न्याय बाधित कर रहे हैं। जबकि साक्ष्य उनके विरुद्ध हैं।

अत: आपसे मिलना अत्यंत आवश्यक है, इस कारण न्याय हित में पीड़ित होने के कारण आपसे मिलने का समय चाहते हैं। कृपया संबंधित को निर्देशित करवा दें जिससे आपसे मेरी मुलाकात हो सके। पीड़ित परिवार आपका जीवन भर आभारी रहेगा। अंत में उन्होंने अपना पता व मोबाइल नंबर भी लिखा है। बाकायदा उन्होंने उसपर अपने हस्ताक्षर भी किये हैं।

बता दें कि 8 जुलाई, 2000 को उभरते सपा नेता प्रभात गुप्ता की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप अजय मिश्रा टेनी समेत चार लोगों पर था। मामले हाईकोर्ट में चल रहा है, टेनी समेत सभी हत्यारोपी जमानत पर हैं। अगली सुनवाई के लिये हाई हाईकोर्ट ने 27 सितंबर की तारीख मुकर्रर की है।​​​​

मां ने वीडियो जारी कर पीएम से की अपील

मैं मधु गुप्ता लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनियां की निवासी हूं। मेरे बेटे की हत्या 22 साल पहले अजय मिश्र टेनी ने की थी, आज वो गृह राज्य मंत्री हैं। वह तारीख पर तारीख लेते जा रहे हैं। वह इस केस को गुमराह कर रहे हैं। मेरी प्रधानमंत्री से हाथ जोड़ कर विनती है मुझे न्याय दिलवा दें।