(www.arya-tv.com) काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के छात्र मारपीट और छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कराने के लिए गुरुवार की पूरी रात लंका थाने में धरने पर बैठे रहे। लगभग 18 घंटे थाने में धरना देने के बाद शुक्रवार को उनकी तहरीर के आधार पर लंका थाने में तीन आरोपी छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस के रवैये से नाराज छात्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शहर में हैं। इसके बावजूद संवेदनशील मसले पर पुलिस इतनी संवेदनहीन कैसे हो सकती है। हम सभी ने तय किया था कि जब तक FIR नहीं होगी, हम धरना खत्म नहीं करेंगे। पुलिस FIR दर्ज कर ली है, इसलिए हमने धरना खत्म कर दिया है।
ऑडिशन के दौरान की छेड़खानी
BHU के अंग्रेजी डिपार्टमेंट के रिसर्च स्कॉलर रवि कुमार राय ने बताया कि यूनिवर्सिटी में हम लोग वर्ष 2015 से रंगशाला थिएटर ग्रुप संचालित कर रहे हैं। नए नाटक के मंचन के लिए बीती 6 सितंबर से हम लोग आर्ट्स फैकल्टी में ऑडिशन कर रहे थे। 7 सितंबर को आर्ट्स फैकल्टी का बीए फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट दुर्गेश यादव अपने दोस्तों के साथ आकर ऑडिशन के लिए छात्राओं के साथ छेड़खानी किया।
8 सितंबर की शाम दुर्गेश यादव अपने दोस्तों अंकित और अनिकेत के अलावा कुछ अन्य के साथ फिर आया। सभी ऑडिशन के लिए आई छात्राओं पर फब्तियां कसने लगे। थिएटर ग्रुप के ओम प्रकाश ने उसका विरोध किया तो उसे जाति-सूचक गाली दी गई।
हमें बेल्ट और डंडे से पीटा
रवि ने बताया कि गालीगलौज का विरोध करने पर दुर्गेश और उसके दोस्तों ने हमें और ओम प्रकाश को बेल्ट और डंडे से मारा। हमले में चोट लगने पर हमने और ओम प्रकाश ने BHU ट्रॉमा सेंटर में उपचार कराया। इसके बाद BHU के चीफ प्रॉक्टर को आरोपी छात्रों पर कार्रवाई के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया।
चीफ प्रॉक्टर ने कार्रवाई के लिए प्रार्थना पत्र को लंका थाने फॉरवर्ड किया। मगर, लंका थाने आने पर पुलिस कार्रवाई के बजाय हमें टरकाती रही। सीनियर अफसरों को कॉल की गई तो कोई रिस्पांस ही नहीं मिला। इसलिए हम लोगों को मजबूरी में धरने पर बैठना पड़ा।