(www.arya-tv.com) आजमगढ़ के पूर्व बाहुबली सांसद उमाकांत यादव को जौनपुर कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। उमाकांत यादव पर जीआरपी चौकी पर अंधाधुंध फायरिंग कर सिपाही की हत्या करने का दोष साबित हो गया था। मछलीशहर लोकसभा सीट से पूर्व सांसद उमाकांत यादव ने 2004 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के कद्दावर नेता रहे केशरीनाथ त्रिपाठी को हराकर चुनाव जीता था।
37 साल में दर्ज हुए 77 मुकदमे
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, उमाकांत पर जौनपुर जिले के शाहगंज थाने में साल 1985 में हत्या और अपहरण का पहला मामला दर्ज हुआ। साल 2021 में आजमगढ़ जिले के दीदारगंज थाना क्षेत्र में यूपी गैंगेस्टर एक्ट का आखिरी केस लगा। इसके बीच में 37 साल के दौरान उमाकांत यादव पर हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, गैंगेस्टर, गुंडा एक्ट सहित 77 संगीन आपराधिक केस दर्ज हैं।
सपा विधायक भाई रमाकांत भी जेल में बंद
अपराध की दुनिया से राजनेता बने उमाकांत यादव पर 37 वर्ष बाद कार्रवाई की गई है। वह 1991 में जौनपुर की खुटहन सीट से बसपा के टिकट पर पहली बार विधायक चुने गए थे और तीन बार विधायक रहे। 1982 में PAC के भगोड़े सिपाही उमाकांत का आज भी इतना खौफ है कि उनके खिलाफ कोई मुंह खोलने को तैयार नहीं है।
प्रदेश और केंद्र में किसी की भी सरकार हो, आजमगढ़ जिले के 80 फीसदी ठोकों पर तीनों भाइयों लल्लन यादव, उमाकांत यादव और रमाकांत का ही कब्जा रहता था। हाल ही में जहरीली शराब कांड की विवेचना में नाम आने के बाद सपा विधायक रमाकांत यादव को भी जेल भेज दिया गया है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, उमाकांत यादव पर 77 मुकदमे, रमाकांत यादव पर 46 और सबसे बड़े भाई लल्लन यादव पर 14 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
उमाकांत भी चलवाता था बुलडोजर, लेकिन जमीन कब्जे करने के लिए
योगी सरकार ने भले ही 2018 से प्रदेश में अपराधियों और माफियाओं पर बुलडोजर कार्रवाई कर रही है। आजमगढ़ जिले में प्रशासन का बुलडोजर माफिया मुख्तार अंसारी के गुर्गे अनुज कनौजिया और यूपी के टॉप टेन गैंगेस्टर ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटूं सिंह के घरों पर चल चुका है।
मगर, इससे पहले यूपी में बुलडोजर एक्शन उमाकांत यादव ने शुरू किया था। वह गरीबों की जमीनों पर बुलडोजर चलवाकर कब्जा करता था। साल 2007 में प्रदेश में बसपा सरकार के गठन के बाद आजमगढ़ जिले फूलपुर थाना क्षेत्र के पलिया माफी गांव में प्रधान फिरोज की दुकानों पर उमाकांत यादव ने बुलडोजर चलवा दिया था।
दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए फिरोज खान के वकील शमशुद्दीन ने बताया कि रात 11 से 12 बजे उमाकांत यादव ने बुलडोजर से पूरे घर को गिरा दिया था। इस दौरान दहशत पैदा करने के लिए कई राउंड हवाई फायरिंग भी की गई थी और पूरा गांव तमाशा देखता रहा।
उमाकांत के खौफ के आगे किसी की बोलने की हिम्मत नहीं हुई। इस मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने उमाकांत यादव को गिरफ्तार कराकर जेल भिजवाया था। शमशुद्दीन का कहना है कि उमाकांत यादव का खौफ इतना है कि आज भी कोई उनके खिलाफ मुंह नहीं खोलता।
एक करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क
आजमगढ़ जिला प्रशासन ने पूर्व बाहुबली सांसद उमाकांत यादव की एक करोड़ से अधिक की संपत्ति कुर्क की है। 19 मई को आजमगढ़ जिला प्रशासन ने उनकी अपराध से अर्जित एक करोड़, एक लाख, 81 हजार 500 रुपए की संपत्ति कुर्क की थी। उमाकांत यादव की अपराध से अर्जित 15 संपत्तियों की पहचान की गई थी। उमाकांत यादव दीदारगंज थाना क्षेत्र के सरांवा गांव के रहने वाले हैं।