(www.arya-tv.com) बांग्लादेश में चटगांव के बीएम कंटेनर डिपो में शनिवार रात विस्फोट से भीषण आग लग गई। इस हादसे में 49 लोगों की मौत हो गई। वहीं 300 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इस आग पर काबू पाने के लिए सेना को घटनास्थल पर भेजा गया है। आग इतनी जबर्दस्त है कि इसे बुझाने के दौरान दमकल विभाग के 5 कर्मियों की भी मौत हो गई है। घायलों को चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल (सीएमएचसी) में भर्ती कराया गया है।
‘ढाका ट्रिब्यून’ समाचार ने एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शहादत हुसैन के हवाले से कहा, ‘‘शवागार में अब तक 49 शव पहुंचाए जा चुके हैं।’’ ‘ढाका ट्रिब्यून’ ने ‘रेड क्रेसेंट यूथ चटगांव’ में स्वास्थ्य एवं सेवा विभाग के प्रमुख इस्ताकुल इस्लाम के हवाले से कहा, ‘‘इस घटना में 450 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कम से कम 350 लोग सीएमसीएच (चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल) में भर्ती हैं।’’
इस्लाम ने मृतक संख्या के बढ़ने की आशंका जताई। ‘द डेली स्टार’ समाचार पत्र के अनुसार, चटगांव के मंडलायुक्त अशरफुद्दीन ने बताया कि मृतकों के परिजनों को 560 डॉलर (50,000 टका) और घायलों को 224 डॉलर (20,000 टका) की सहायता दी जा रही है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है।
अधिकारियों ने इस घटना की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन किया है और उसे आगामी तीन दिन में रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है। सीएमसीएच पुलिस चौकी के उपनिरीक्षक नूरुल आलम ने बताया कि कंटेनर डिपो में शनिवार रात करीब नौ बजे आग लगी। दमकल सेवा की इकाइयां इसे बुझाने की कोशिश कर रही थीं कि तभी वहां एक विस्फोट हुआ तथा आग और फैल गई।
नूरुल ने कहा कि माना जा रहा है कि कंटेनर डिपो में रसायनों के कारण आग लगी। उन्होंने बताया कि रात करीब पौने 12 बजे एक बड़ा विस्फोट हुआ और एक कंटेनर में रसायन होने के कारण आग एक कंटेनर से दूसरे कंटेनर में फैल गई। इस संबंध में एक प्रत्यक्षदर्शी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से फोन पर कहा, ‘‘डिपो मुख्य रूप से खाली था। आग लगने के बाद दमकलकर्मी, पुलिसकर्मी और अन्य लोग घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद एक के बाद एक कंटेनर में हुए विस्फोटों के कारण उनकी मौत हो गई।’’