(www.arya-tv.com)आज मशहूर संगीतकार इलैयाराजा 79 साल के हो चुके हैं। इलैयाराजा साउथ फिल्म इंडस्ट्री का जाना माना नाम हैं। उन्होंने अपने करियर में 7 हजार गाने कंपोज किए हैं और 20 हजार कांसर्ट में परफॉर्म किया है। इंडियन फोक म्यूजिक और वेस्टर्न म्यूजिक को मिलाकर इलैया राजा ने फिल्म इंडस्ट्री को बेहतरीन म्यूजिक दिया है। इलैया राजा को उनके बेहतरीन संगीत के लिए पांच नेशनल अवॉर्ड मिल चुके हैं। साथ ही एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में उनके योगदान के लिए उन्हें भारत सरकार ने पद्म भूषण अवॉर्ड से भी सम्मानित किया है। 2013 में हुए सर्वे के अनुसार वो भारतीय सिनेमा के ऑल टाइम बेहतरीन संगीतकार में से एक माने गए। साथ ही अमेरिकन वर्ल्ड सिनेमा ने इलैया राजा को 25 बेहतरीन म्यूजिशियन में 9वां स्थान दिया है। तो चलिए, आज हम इलैयाराजा के जन्मदिन पर उनके 79 सालों के सफर को जानते हैं।
दलित फैमिली में हुआ जन्म
इलैयाराजा का जन्म 2 जून 1943 को तमिलनाडु में एक दलित फैमिली में हुआ था। उनका नामकरण का किस्सा भी बेहद दिलचस्प है। इलैया राजा का नाम उनके पिता ने रजईया रखा था पर गांव के लोग उन्हें रासयया बुलाते थे। जिसके बाद वो संगीत की शिक्षा लेने के लिए धनराज मास्टर के पास पहुंचे जहां मास्टर ने उनका नाम राजा रख दिया। इसके बाद उन्होंने अपने करियर की पहली फिल्म अन्नकिली मिली। इस फिल्म में उन्हें प्रोड्यूसर पंचू अरुणाचलम के साथ काम करने का मौका मिला और यहीं पंचू ने उनके नाम राजा के आगे इलैया जोड़ दिया। दरअसल तमिल में इलैया का मतलब छोटा होता है और राजा नाम से फिल्म इंडस्ट्री में एक और म्यूजिक डायरेक्टर ए.एम. राजा मौजूद थे। जिसके चलते राजा का नाम इलैया राजा पड़ गया।
14 की उम्र में तमिल फोक म्यूजिक को किया एक्सपोज
इलैया राजा गांव में पले बड़े थे इसलिए उन्हें गांव के वातावरण और म्यूजिक का बखूबी ज्ञान था। बचपन से ही उनकी संगीत में बहुत रुचि रहती थी। लिहाजा उन्होंने बचपन में ही संगीत की शिक्षा ली थी। मात्र 14 साल की उम्र में ही इलैया राजा ने रुरल फोक संगीत को एक्सपोज करना शुरू कर दिया था। उन्होंने पवलर ब्रदर्स ग्रुप ज्वाइन कर लिया था जो एक ट्रेवलिंग म्यूजिकल ग्रुप था।
लंदन के कॉलेज में मिला गोल्ड मेडल
इलैया राजा ने लंदन के ट्रिनिटी कॉलेज से म्यूजिक का कोर्स किया है। जहां पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्हें उनकी बेहतरीन इंस्ट्रूमेंटल परफॉर्मेंस के लिए गोल्ड मेडल से नवाजा गया था। उन्होंने टी.वी.गोपाल से कर्नाटक म्यूजिक की शिक्षा ली है।
गिटारिस्ट के तौर पर शुरू किया करियर
इलैयाराजा ने गिटारिस्ट के तौर पर करियर की शुरुआत की थी। लंदन से लौटने के बाद उन्होंने एक बैंड के साथ सेशन गिटारिस्ट के तौर पर काम करना शुरू कर दिया था। ये बैंड म्यूजिक कंपोजर और डायरेक्टर साहिल चौधरी का था। यहीं पर साहिल चौधरी ने इलैया राजा को कह दिया था कि आने वाले समय में वो बेस्ट म्यूजिक कंपोजर बनने वाले हैं।
200 कन्नड़ फिल्मों में दिया म्यूजिक
इलैया राजा अबतक अच्छे म्यूजिशियन माने जाने लगे थे। उन्होंने इसके बाद कंपोजर जी.के.वैंकटेश के पास असिसटेंट म्यूजिक कंपोजर को तौर पर काम करना शुरू कर दिया। दोनों की जोड़ी ने लगभग 200 कन्नड़ फिल्मों में साथ में काम किया। ऐसे में इलैया को जब भी समय मिलता वो सेशन म्यूजिक के साथ भी म्यूजिक कंपोज करने लगे। जी.के वैंकटेश के साथ इलैया राजा ने म्यूजिक कंपोजिशन के बारे में बहुत कुछ सीखा।