(www.arya-tv.com) आज के दौर में जहां बच्चे अपना ज्यादा समय मोबाइल फोन और गैजेट के साथ बिताते हैं. इस बीच लखनऊ एक बच्चा अपनी रंग बिरंगी पेंसिल और पेपर के दम पर खास पहचान बना रहा है. मजेदार बात है कि इस सात साल के बच्चे का टैलेंट देखकर हर कोई हैरान है.
यूपी की राजधानी लखनऊ के रहने वाले 7 साल के विवान कपूर ने टैलेंट से सबको चौंका दिया है. वह छोटी सी उम्र में भारत की पारंपरिक लुप्त होती लोक कलाओं को बनाने में रुचि रखता है. इसमें मधुबनी, वारली और गोंड कला शामिल हैं. इसके अलावा उसे पेंसिल स्केचिंग, शेडिंग, मिक्स्ड मीडिया और फिंगर पेंटिंग में भी महारत हासिल है.
तीन साल की उम्र में सीखा पेंटिंग बनाना
विवान की मां प्रताक्षी कपूर ने बताया कि यह 3 साल का था, तबसे कला में रुचि दिखाना शुरू किया. जब बच्चे कलर और पेंसिल उठाना सीखते है, उस उम्र में विवान चित्र बनाना सीख गया था. साथ ही बताया कि जब विवान को स्कूल में एडमिशन मिला था, तब उसकी उम्र 1.5 साल थी. उस समय वह स्कूल में कलर्स के साथ खेलता था और कुछ ना कुछ बनाता था. प्रताक्षी का कहना है कि जब कोरोना काल आया तो पैरेंट्स अपने बच्चों को मोबाइल देकर उन्हें फ्री कर देते थे, लेकिन उस समय विवान को मोबाइल और टीवी के बजाय स्केच करना ज्यादा पसंद था. हमने विवान का कला के प्रति लगाव को देखकर समझ लिया कि उसकी प्रतिभा कला क्षेत्र में है.
7 साल की उम्र में कर रहा पेंटिंग एग्जीबिशन
पंकज गुप्ता ने बताया कि विवान विभिन्न संस्कृतियों की कला करने को पसंद करता है और वह नए चीजें सीखने का प्रयास करता है. वह 7 साल की उम्र में पेंटिंग एग्जीबिशन कर रहा है. इसी अक्टूबर को उसकी 25 पेंटिंग का प्रदर्शन करेंगे.