ज्ञानवापी में तहखानों की 3D इमेजिंग:15वें दिन टीम के साथ वादी-प्रतिवादी शामिल

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(www.arya-tv.com)  वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में शुक्रवार सुबह आठ बजे से भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) की टीम ज्ञानवापी परिसर में सर्वे करने के लिए दाखिल हो गई। वजूस्थल को छोड़कर पूरे परिसर के सर्वे में जुटी ASI की टीम आज यानी शुक्रवार को 15वें दिन परिसर में दाखिल हुई। अब तक 14 दिनों में लगभग 85 घंटे सर्वे किया जा चुका है। इन महत्वपूर्ण दिनों में ASI के हाथ कई अहम साक्ष्य लगे हैं, जिनकी साइंटिफिक जांच जारी है। वहीं दीवारों और गुंबद में मिली कलाकृतियों और कारीगरी से उनके काल और समय का पता लगाया जा रहा है।

सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेश पर ज्ञानवापी में एएसआई सर्वे त्रिस्तरीय सुरक्षा के बीच जारी है। मुख्य गेट पर केंद्रीय सुरक्षा बल, पैरामिलिट्री और एनएसजी और एटीएस समेत कमिश्नरेट पुलिस की टीमों की तैनाती है। अंदर भी स्पेशल सुरक्षाकर्मी तैनात हैं, जिसके बीच ASI परिसर में ऐतिहासिक संभावनाएं तलाशने उतरी है।

योजनाबद्ध तरीके से सर्वे जारी

ज्ञानावपी में 15 वें दिन 38 सदस्यीय टीम परिसर में अब तक संपूर्ण परिसर को अपनी निगरानी में लेकर योजनाबद्ध तरीके से सर्वे जारी रखा है। एएसआई की टीम अब तक अंदर चार भागों में बंटकर काम कर रही है। इसमें दो टीमें तहखाने और दो टीमें बाहरी परिसर में लगी है। सदस्यों ने यूनिट के अनुसार बाहरी दीवार, पश्चिमी दिवार, व्यासजी तहखाना समेत अन्य तहखाने, गुंबद और छतों का गहन अध्ययन किया है। इन जगहों से सैंपल जुटाकर लैब में भेजे और प्राचीनता के लिए पुरातन दस्तावेजों से साक्ष्यों का मिलान जारी है।

ज्ञानवापी परिसर को 4 सेक्टर में बांटकर चारों तरफ कैमरे लगाए हैं। वीडियोग्राफी की जा रही है। ज्ञानवापी की पश्चिमी दीवार पर सबसे ज्यादा फोकस करते हुए बारीक स्कैनिंग जारी है। पूरे परिसर की पैमाइश, अंदर मिलने वाली आकृतियों और दीवारों की कलाकृतियों की फोटो और वीडियोग्राफी हो चुकी है। हिंदू पक्ष की याचिका पर कोर्ट ने संपूर्ण परिसर के सर्वे की रिपोर्ट 2 सितंबर तक तलब की है। टीम के साथ वादी, प्रतिवादी और वकील के साथ ASI की टीम पिछले 14 दिनों से जुटी है। अब तक ASI को सर्वे के दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं जिसे हिंदू पक्ष अपने दावे की हकीकत बताता रहा है।

कड़ी सुरक्षा के बीच ज्ञानवापी में टीम दाखिल

ज्ञानवापी में साइंटिफिक सर्वे के दौरान भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की टीम कड़ी सुरक्षा और पुख्ता इंतजाम के बीच ज्ञानवापी परिसर में सुबह 8 बजे दाखिल हुई। इसके कुछ देर बार वादी और उसके वकील भी ज्ञानवापी परिसर में पहुंचकर सरकारी वकील को अपनी हाजिरी दर्ज कराई। सर्वे लगभग 8.30 बजे शुरू हुआ , जो 12.30 बजे तक लगातार चलेगा। 12.30 लंच और नमाज के लिए रोका जाएगा, फिर 2.30 बजे से दोबारा सर्वे शुरू होकर शाम 5 बजे तक समाप्त होगा। आज के दिन की कार्रवाई लगभग सात घंटे तक चलेगी।

कोर्ट ने 26 जुलाई की शाम तक सर्वे पर रोक लगाई 

  • 21 जुलाई को वाराणसी की स्थानीय कोर्ट ने ASI को सर्वे करके 4 अगस्त को रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा था।
  • 24 जुलाई को सुबह 7 बजे सर्वे शुरू हुआ। मुस्लिम पक्ष रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। सुप्रीम कोर्ट ने 26 जुलाई की शाम तक सर्वे पर रोक लगा दी और हाईकोर्ट जाने को कहा।
  • 25, 26, 27 जुलाई को मुस्लिम पक्ष की याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। 27 जुलाई को कोर्ट ने आदेश सुरक्षित रख लिया और 3 अगस्त को आदेश देने की बात कही।
  • 3 अगस्त को हाईकोर्ट के जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर ने अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी की याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा, ‘न्यायहित में सर्वे जरूरी है। मुझे इस तर्क में कोई दम नहीं दिखता कि बिना दीवार खोदे ASI नतीजे पर नहीं पहुंच सकता।’
  • 3 अगस्त को इस आदेश के खिलाफ मुस्लिम पक्ष सुप्रीम कोर्ट चला गया। 4 अगस्त को मुस्लिम पक्ष की अपील खारिज हो गई तब से सर्वे जारी है।