28 साल पहले आजाद हुए इस देश की प्रति व्यक्ति आय जानकर चौंक जायेंगे आप

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दुनिया में ऐसे कई देश हैं जहां शिक्षा के लिए काफी अच्छे नियम व कानून बने हुए हैं। ऐसे देश हैं जहां की प्रति व्यक्ति आय आपको चौंका सकती है। यहां हम आपको ऐसे ही एक देश के बारे में बता रहे हैं। इस देश के बारे में आपको आगे काफी रोचक जानकारियां मिलेंगी।
जिस देश की हम बात कर रहे हैं, उसका नाम है – स्लोवेनिया। यह एक गणराज्य है जो मध्य यूरोप में मौजूद एल्प्स की पर्वत श्रृंखला से सटा हुआ है। स्लोवेनिया कई देशों और सागर के साथ अपनी सीमाएं साझा करता है। इसके उत्तर में ऑस्ट्रिया, उत्तर-पूर्व में हंगरी, दक्षिण व पूर्व में क्रोएशिया, पश्चिम में इटली और दक्षिण-पश्चिम में एड्रियाटिक सागर है।
स्लोवेनिया पहले यूगोस्लाविया के अधीन था।
यह देश 25 जून 1991 को यूगोस्लाविया से आजाद हुआ।
तब से अब तक, यानी करीब 28 सालों में ही इस देश ने काफी तरक्की की है।
20 हजार से ज्यादा वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला यह देश जल पर्यटन के लिए मशहूर है। काफी दूर देशों से भी लोग यहां घूमने आते है।
स्लोवेनिया के लोगों की आय का मुख्य स्त्रोत पर्यटन है।
इस देश का 60 फीसदी हिस्सा जंगल से घिरा है।
इस देश की जनसंख्या 20 लाख के आसपास है।
स्लोवेनिया के पुराने क्षेत्रों में जो इमारतें बनी हैं, वो इटैलियन शैली की हैं।
मुख्य रूप से यहां के लोग स्लोवेनियाई भाषा बोलते हैं।
यहां की मुद्रा यूरो है।
यूगोस्लाविया से आजाद होने के बाद कुछ सालों तक तो स्लोवेनिया की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। लेकिन फिर इस देश ने तेजी से तरक्की की।
कुछ ही सालों में स्लोवेनिया समकालीन पूर्वी यूरोप के समाजवाद प्रभावित देशों के बीच एक मजबूत इकोनॉमी बन कर उभरा।
आज इस देश में प्रति व्यक्ति आय करीब 6.39 लाख रुपये है। जबकि भारत में प्रति व्यक्ति आय 10,594 रुपये है (मार्च 2019 में जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार)।
स्लोवेनिया में लोग शिक्षा को लेकर बेहद सतर्क और जागरूक हैं। इस देश में 15 साल की उम्र तक बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाती है।
15 साल तक बच्चों की पढ़ाई अनिवार्य भी की गई है।
हालांकि उच्च शिक्षा लेने वालों की संख्या कम है। करीब 36 फीसदी लोग ही उच्च शिक्षा ग्रहण करते हैं।
स्लोवेनिया में सिर्फ दो विश्वविद्यालय हैं।
इस देश में रहने वाले करीब 71 फीसदी लोग रोमन कैथोलिक हैं।
यहां लोग पहाड़ चढ़ने और लंबी समुद्र यात्राएं करना पसंद करते हैं। वे साहसिक खेलों के शौकीन हैं।
माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने वाले पहले व्यक्ति स्लोवेन इसी देश के निवासी थे।
इतना ही नहीं, स्लोवेन दुनिया के सभी सात महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ाई करने वाले भी पहले व्यक्ति थे।
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इस देश में रहने वाले करीब 71 फीसदी लोग रोमन कैथोलिक हैं।
यहां लोग पहाड़ चढ़ने और लंबी समुद्र यात्राएं करना पसंद करते हैं। वे साहसिक खेलों के शौकीन हैं।
माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने वाले पहले व्यक्ति स्लोवेन इसी देश के निवासी थे।
इतना ही नहीं, स्लोवेन दुनिया के सभी सात महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों पर चढ़ाई करने वाले भी पहले व्यक्ति थे।