(www.arya-tv.com) पाकिस्तान में आम चुनाव को दो दिन का वक्त ही बचा है. आठ फरवरी को देश में चुनाव होने हैं. पूर्व पीएम इमरान खान जेल में सजा काट रहे हैं. उनकी पार्टी अपने चुनाव चिन्ह पर मैदान में तक नहीं उतर पाई है. इसी बीच सूचना आ रही है कि पाकिस्तान के आम चुनाव में लगभग 100 प्रत्याशी ऐसे हैं जिन्हें आतंकवादी संगठनों का संरक्षण मिला हुआ है. यह आतंकवादी संगठन चाहते हैं कि उनके प्रत्याशी जीतकर जाए, जिससे वह तालिबान की तर्ज पर पाकिस्तान की सत्ता पर काबिज हो सकें. यही कारण है कि आतंकवादियों द्वारा आम जनता को डराने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहे हैं.
पाकिस्तान की फौज खुफिया एजेंसी और वहां का वर्तमान प्रशासन चाहता है कि इमरान खान और उनकी पार्टी पूरी तरह से सत्ता से बाहर हो जाए. यही कारण है कि इमरान खान की पार्टी के उम्मीदवारों को वह चुनाव चिन्ह दिए गए हैं जो संभवत वहां की आम जनता को ध्यान में रहेंगे ही नहीं. इस कारण से इन चुनाव में इमरान खान और उनकी पार्टी का पत्ता साफ होना लगभग तय है.
चुनाव से पहले 50 लोगों की मौत
साल 2024 में होने वाले चुनावों में पाकिस्तान में जितनी हिंसा हुई है, उतनी हिंसा संभवत पिछले दो दशक में हुए चुनाव के दौरान भी नहीं हुई थी. आलम यह है कि अब तक 50 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और सैकड़ों घायल हुए हैं जबकि सुरक्षा वालों की बात करें तो इन चुनावों के दौरान सुरक्षा बलों के घायल और मारे जाने वाले लोगों की संख्या भी सैकड़ो में हैं. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी पुलिस और फौजी कहीं भी इन घटनाओं पर लगाम लगाती हुई नहीं दिखी. यही कारण है कि चुनाव के दिन भी भारी हिंसा होने की संभावना है