(www.arya-tv.com) सपा विधायक इरफान सोलंकी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। जाजमऊ स्थित प्लॉट पर आगजनी मामले में 10 महीने बाद 2 गवाह सामने आए हैं। पुलिस के मुताबिक इन गवाहों का दोनों पक्षों से कोई लेना देना नहीं है। ये खुद ही गवाही देने के लिए खुद पुलिस के सामने आए हैं। पुलिस जल्द ही उन्हें एमपीएमएलए कोर्ट में पेश कर बयान दर्ज कराएगी।
7 सितंबर को हुई थी आगजनी की घटना
जाजमऊ डिफेंस कॉलोनी निवासी नजीर फातिमा के घर आगजनी के हुई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि सात सितंबर को सपा विधायक इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी व साथियों ने प्लाट कब्जाने की नियत से आग लगा दी थी। मामले में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की थी।
जांच में सपा नेत्री के पिता शौकत अली, पूर्व पार्षद मुरसलीन उर्फ भोलू, मोहम्मद शरीफ, इजराइल आटे वाला, अज्जन बिल्डर समेत कई नाम प्रकाश में आए थे। पुलिस ने इन सभी को जेल भेजा था।
धारा 161 के तहत बयान दर्ज
ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि आगजनी प्रकरण में 14 गवाह एमपीएमएलए कोर्ट में पेश किए जा चुके हैं। जांच के दौरान पुलिस के सामने ऐसे दो गवाह सामने आए हैं, जो घटना के समय वहां से गुजर रहे थे। इनका दोनों पक्ष से कोई संबंध नहीं है। ये गवाह स्वयं पुलिस के सामने आए हैं। जल्द ही दोनों के बयान कोर्ट में दर्ज कराए जाएंगे। हालांकि पुलिस सीआरपीसी की धारा 161 के तहत इनके बयान दर्ज कर चुकी है।