कानपुर (www.arya-tv.com) स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस में रुपयों से भरा बैग कहां से आया और इसे कहां ले जाया जा रहा था, यह बड़ा सवाल बन गया है। इतनी बड़ी रकम कहीं हवाला कारोबार से जुड़ी तो नहीं है, या फिर किसी घटना की साजिश की कड़ी तो नहीं है। ठीक उसी दिन लखनऊ में पीएफआई के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद आशंका और बढ़ गई है। अब तो इसका जवाब जीआरपी की जांच पूरी होने के बाद ही मिल सकेगा।
जीआरपी के मुताबिक यदि रुपयों से भरा ट्राली बैग दिल्ली स्टेशन पर रखा गया है तो इसके वीडियो फुटेज की जांच से सब सच सामने आ जाएगा कि आखिर बैग पैंट्रीकार में किसने रखा था। पैंट्रीकार के कर्मचारियों से भी पूछताछ होगी। उनकी मिलीभगत से इन्कार नहीं किया जा सकता है। इतनी बड़ी रकम ऐसे ही कोई रखकर नहीं जाएगा। जाहिर है किसी न किसी को बैग में पैसा होने की जानकारी भी थी। क्या यह पैसा हवाला का था या फिर पंचायत चुनाव के लिए भेजा जा रहा था, ऐसे तमाम सवाल तैर रहे हैं इन नोटों को लेकर। हालांकि, जीआरपी को अपनी इस आशंका से सुराग मिलने की उम्मीद है कि बैग पैंट्रीकार के किसी कर्मचारी की मदद से ही रखा गया था। उस तक पहुंच गए तो राजफाश का सिरा मिल सकता है।