सावधान! चूहे के काटने से जा सकती है जान, इसलिए तुरंत करें ये उपाय वरना

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केवल सांप, बिच्छु ही नहीं, बल्कि चूहे के काटने से भी इंसान की मौत हो सकती। यह जानकर आपको हैरानी हो सकती, लेकिन यह सच है। एक स्टडी के मुताबिक चूहों के काटने से इन्फेक्शन हो सकता, और यदि उसका इलाज नहीं करवाया जाए तो लापरवाही बहुत भारी पड़ती है।

दरअसल, घरों में चूहे होना सामान्य बात लगती है, लेकिन गौर करने वाली बात है कि ये ही इन्फेक्शन बाहर से घर में लाने काम करते हैं, इसलिए चूहों को लेकर गंभीर हो जाएं और इन्हें घर से दूर रखें।

चूहाें से होने वाली बीमारियां
चूहों के काटने व मल-मूत्र के कारण कई तरह की बीमारियां होती हैं। वर्ष 2017 में भोपाल में चूहाें के ऊपर पाए जाने वाले पिस्सू के कारण स्क्रब टाइफस नामक बीमारी फैली थी। इसमें बुखार व खुजली की समस्या होती है। चूहे के मरने के बाद पिस्सू उस शरीर को छोड़कर मनुष्य की तरफ बढ़ते हैं। उनसे जीवाणु इंसानों में पहुंच जाता है। बता दें कि प्लेग रोग भी इसी तरह फैलता है।
चूहा यदि रैबीज से ग्रस्त है तो यह और खतरनाक हो सकता है। इसके काटने के तीन दिन बाद सिर व जोड़ों में दर्द व उल्टी की शिकायत हो सकती है। इन्फेक्शन को अनदेखा करने पर निमोनिया, लैप्टोस्पायरोसिस, मायोकार्डिटिस, एंडोकार्डिटिस, सिस्टेमेटिक वैस्कुलिटिस, पॉलीआर्थराइटिस, नोडोसा, हेपेटाइटिस, फोकल एब्सकेसेस, अमिनियोटिस आदि रोग भी हो सकते हैं। इनके उपचार में देरी मौत की वजह बन सकती है। इनमें लैप्टोस्पायरोसिस होने पर 24 घंटे के अंदर मरीज की जान जा सकती है। वर्ष 2018 में मुंबई के एक अस्पताल में इस बीमारी के केस सामने आए थे।

मधुमेह रोगियों के लिए खतरनाक
चूहों का काटना मधुमेह रोगी के लिए अधिक खतरनाक है। तीन दिन बाद इसके लक्षण देखने को मिलते हैं। यूं तो हर किसी को चूहों से बचकर रहना चाहिए, लेकिन मधुमेह रोगियों को अधिक सावधानी बरतनी चाहिए। इसकी वजह, पहला तो काटने से होने वाला जख्म देरी से भरता है तथा दूसरा रोगियों में इन्फेक्शन भी तेजी से फैलता है, इसलिए काटने पर तत्काल चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।

लगातार कुतरने की आदत
चूहों में लगातार कुतरने की आदत होती है। कुतरना इनकी मजबूरी भी है। केंद्रीय शुष्क अनुसंधान संस्थान, जोधपुर के विशेषज्ञ डॉ. बीडी राणा के अनुसार चूहों के सामने के दांत यानी इंसाइजर रोजाना 0.4 मिमि की दर से बढ़ते हैं। एक वर्ष में 12 से 15 मिमि तक बढ़ जाते हैं, जो कि मुंह में नहीं समा सकते। इसलिए ये कुछ न कुछ कुतरते रहते हैं। रात को अंधेरे में ये हमारे बिस्तर पर पहुंच जाते हैं तथा पैरों व हाथों के नाखूनों के साथ उंगलियां भी कुतर देते हैं।

घरों से ऐसे रखें दूर
चूहों की घुसपैठ को रोकने के लिए आप कई उपाय कर सकते हैं। लकड़ी के खिड़की व दरवाजों में नीचे से कम से कम छह इंच की स्टील की पट्टी लगवाएं, जिससे लकड़ी कुतरकर चूहे आने की जगह न बना पाएं।

इस बात का ध्यान रखें कि घर के अंदर तार लेने के लिए किए गए सूराख में अधिक जगह न हो। इनपर चढ़कर भी चूहे घरों में दाखिल जाते हैं। चूहों को घर से बाहर करने के लिए पिंजरे का प्रयोग कर सकते हैं। इसके अलावा सावधानी पूर्वक तीव्र या धीमा जहर भी प्रयोग कर सकते हैं।

घरेलू नुस्खे आएंगे काम
चूहों के काटने पर घरेलू नुस्खे आपके काम आ सकते हैं। मूली का रस इसमें लाभकारी होता है। सूखे नारियल को बारीक पीस लें और उसमें मूली का रस मिलाकर एक लेप तैयार कर लें। लेप को दिन में शरीर पर काटने वाली जगह पर दो से तीन बार लगाएं। इससे इन्फेक्शन से बचा जा सकता है। इसके अलावा शहद का भी प्रयोग कर सकते हैं।
चूहे के काटने पर चार ग्राम चौलाई के चूर्ण में आधा चम्मच शहद मिला लें। इसका दिन में चार बार सेवन करें। इससे चूहे के काटने से फैलने वाला जहर शरीर पर असर नहीं करेगा। इन उपायों के अलावा चूहे के काटने वाले स्थान पर पिपरमेंट ऑइल भी लगा सकते हैं। यह भी लाभकारी है।

नोटः यह लेख आपकी जानकारी बढ़ाने के लिए साझा किया गया है। यदि आपको चूहे ने काटा है अथवा संबंधित लेख में बताए गए किसी तरह के लक्षण आप महसूस करते हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।