समाजवादी पार्टी के सांसद और पूर्व मंत्री आजम खां, उनकी विधायक पत्नी डॉक्टर तजीन फात्मा, और बेटे अब्दुल्ला आजम को स्थानीय अदालत ने जेल भेज दिया। अदालत ने यह आदेश आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के मामले में दिया। बुधवार को आजम खां ने पत्नी और बेटे के साथ बुधवार को रामपुर की अदालत में आत्म समर्पण कर दिया। इसके बाद न्यायालय ने दो मार्च 2020 तक सभी को न्यायिक अभिरक्षा में रखने के आदेश दिए।
उनके वकीलों ने 17 मामलों में जमानत की याचिका लगा रखी थी। न्यायालय ने उन्हें आचार संहिता के उल्लंघन के पांच मामलों में जमानत दे दी है। नौ मामलों में पुलिस से रिपोर्ट तलब की गई है। जबकि दो अन्य मामलों में गुरुवार को सुनवाई होगी। अब्दुल्ला के जन्म प्रमाणपत्र वाले मुकदमे में कोर्ट ने जमानत की याचिका पर सुनवाई की तिथि दो मार्च निर्धारित की है। कोर्ट ने तब तक के लिए सांसद आजम खां, विधायक तजीन फात्मा और अब्दुल्ला आजम को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने का आदेश दिया। इसके बाद कड़ी सुरक्षा में पुलिस ने तीनों को जिला कारागार रामपुर भेज दिया।
नवाबों की बनवाई जेल में रहेंगे आजम खां
सियासी तौर पर रामपुर के नवाब घराने से आजम खां का छत्तीस का आंकड़ा रहा है। संयोग ही है कि सांसद आजम खां नवाबों की बनवाई जेल में रहेंगे। वर्तमान में जो जिला कारागार है उसका निर्माण नवाब हामिद अली खां के शासनकाल में हुआ था। रियासत के विलय के बाद नवाबों की जेल को ही जिला कारागार बना दिया गया था। आजम खां का घर भी जेल के पास ही है। वैसे आजम खां ने कभी इस जेल में रात नहीं काटी है। विजिटर के तौर पर तो वह कई बार इस जेल में गए हैं। आपातकाल में आजम खां जब गिरफ्तार हुए थे तो बनारस की जेल में रखा गया था। अब कोर्ट के आदेश के बाद करीब पांच रातें आजम खां को नवाबों की बनवाई इस जेल में बितानी होंगी।
आजम खां ने भी जेल बनवाने की थी कोशिश
आजम खां ने पिछली सपा सरकार में रामपुर में नई जेल बनवाने की कोशिश की थी। पिछली सरकार में वह आठ विभागों के मंत्री थे। उन्होंने चीनी मिल की जमीन पर जेल का निर्माण भी शुरू कर दिया था। जेल का शिलान्यास भी उन्होंने किया था। हालांकि बाद में नई जेल के निर्माण की योजना सिरे नहीं चढ़ सकी थी। उस वक्त आजम खां ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा था कि क्या पता सरकार बदलने पर जेल जाना पड़े तो कम से कम नई जेल में तो रहेंगे।
आपराधिक मामलों में सपरिवार जेल जाने वाले पहले सांसद बने आजम
वरिष्ठ अधिवक्ता शौकत अली खां का कहना है कि आपराधिक मामलों में सपरिवार जेल जाने वाले आजम खां देश के पहले सांसद हैं। उनका दावा है कि इससे पहले देश का कोई सांसद किसी भी आपराधिक मामले में पत्नी और बेटे के साथ जेल नहीं गया है। जबकि उनकी पत्नी विधायक हैं और बेटे ने भी विधायक का चुनाव जीता था।
