(www.arya-tv.com)यस बैंक और जी एंटरटेनमेंट के शेयर्स में आज भारी तेजी देखने को मिल रही है। यस बैंक का शेयर 10% बढ़कर कारोबार कर रहा है। जबकि जी एंटरटेनमेंट का शेयर 22% ऊपर कारोबार कर रहा है।
6 महीने में 49% तक गिरा यस बैंक का शेयर
यस बैंक का शेयर पिछले 6 महीने में 49% तक गिर गया है। सोमवार तक यह शेयर अपने फॉलोऑन पब्लिक ऑफर (FPO) से भी नीचे कारोबार कर रहा था। इसका FPO 12 रुपए प्रति शेयर पर आया था। हालांकि आज यह शेयर 10% ऊपर 12.87 रुपए पर पहुंच गया। शेयर में निवेशक जमकर खरीदारी कर रहे हैं। एक साल में इसका ऊपरी लेवल 20 रुपए का था। जबकि दिसंबर 2020 में यह 10.51 रुपए के निचले लेवल पर था।
यस बैंक की ARC बनाने की योजना
यस बैंक असेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी (ARC) बनाने और अपनी स्ट्रेस्ड संपत्तियों को ट्रांसफर करने की योजना बना रहा है। इस ट्रांसफर से उसे प्रोविजनिंग के लिए कम पैसा रखना होगा। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने कहा कि इस योजना से यस बैंक का बुरा फंसा कर्ज यानी NPA 6% से कम हो जाएगा।
शेयरधारकों से पैसा जुटाने की मंजूरी मिली
इक्रा ने कहा कि बैंक ने 10 हजार करोड़ रुपए जुटाने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी ले ली है। यस बैंक में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की है जो 30% है। इसमें तीन साल का लॉक इन पीरियड है। यानी मार्च 2023 तक SBI इसमें अपनी हिस्सेदारी 26% से नीचे नहीं कर पाएगा।
डिश टीवी में सबसे बड़ा शेयरहोल्डर
इसी तरह डिश टीवी में यस बैंक सबसे बड़ा शेयर होल्डर है। बैंक इसके प्रमोटर को बदलने के लिए दबाव डाल रहा है। बैंक का आरोप है कि डिश टीवी का बोर्ड अच्छे कॉर्पोरेट गवर्नेंस के स्टैंडर्ड का पालन नहीं कर रहा है। जी ग्रुप के पूर्व प्रमोटर सुभाष चंद्रा पर 6,500 करोड़ रुपए बैंक का कर्ज बकाया है। इस कर्ज की रिकवरी के लिए बैंक नया मालिक चाहता है।
सोमवार को डिश टीवी ने दी जानकारी
डिश टीवी ने सोमवार को यस बैंक के 28 पेज के लेटर के बारे में स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी दी थी। इस पत्र में यह आरोप लगाया गया है कि यस बैंक की ओर से आपत्ति जताने के बावजूद कंपनी राइट्स इश्यू के जरिए एक हजार करोड़ रुपए जुटाने की योजना बना रही है। फरवरी में डिश टीवी के बोर्ड ने राइट्स इश्यू को मंजूरी दी थी।
दरअसल डिश टीवी के शेयर्स में भारी गिरावट पिछले कुछ समय में आई है। इसलिए जब इसका राइट्स इश्यू आएगा, तब इसमें रिटेल निवेशक नहीं आएंगे और ऐसे में प्रमोटर इसमें अपनी हिस्सेदारी बढ़ा लेंगे।
जी का विवाद खुलकर सामने आया
उधर जी एंटरटेनमेंट में निवेशकों और फाउंडर्स के बीच चल रहा विवाद अब खुलकर सामने आ गया है। कंपनी के सबसे बड़े निवेशक इन्वेस्को ने मैनेजिंग डायरेक्टर पुनीत गोयनका को हटाने की मांग की है। साथ ही उसने दो इंडिपेंडेंट बोर्ड मेंबर्स मनीष चोखानी और अशोक कूरियन को भी हटाने की मांग की थी। इन दोनों ने इस्तीफा दे दिया है। जी ने सोमवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
कंपनी के डायरेक्टर्स को हटाने की मांग
अमेरिका की इंडिपेंडेंट इन्वेस्टमेंट कंपनी इन्वेस्को ने कंपनी के डायरेक्टर्स को हटाने और 6 नए इंडिपेंडेट बोर्ड मेंबर्स को शामिल करने के लिए एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी जनरल मीटिंग (EGM) बुलाने की मांग है। इन्वेस्को की जी में 17.88% हिस्सेदारी है। जुलाई 2019 में इन्वेस्को ने कंपनी में 11% हिस्सेदारी खरीदने के लिए जी के प्रमोटर्स के साथ एक डील की थी। यह सौदा 400 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से 4,224 करोड़ रुपए में हुआ था। लेकिन इसके बाद से जी के शेयरों में काफी गिरावट आई।