भारतीय महिला क्रिकेट टीम की अनुभवी तेज गेंदबाज शिखा पांडे ने सोमवार को शेफाली वर्मा को लेकर बड़ा खुलासा किया है। मैच के बाद शिखा ने कहा कि शेफाली को टीम प्रबंधन ने बेखौफ होकर बल्लेबाजी करने की इजाजत दी थी। इसलिए उसने निडर होकर शानदार बल्लेबाजी की।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की 16 साल की युवा सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 17 गेंदों में चार छक्के और दो चौके की मदद से 39 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली। इस शानदार पारी के लिए शेफाली को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
इसके साथ ही शेफाली सबसे कम उम्र में मैन ऑफ द मैच का अवार्ड पाने वाली खिलाड़ी बन गईं हैं। उन्होंने 16 साल और 27 दिन की उम्र में यह कमाल किया है। मैच के बाद शेफाली के साथी खिलाड़ी शिखा पांडे ने कहा, ‘हमने उससे अपने खेल में कुछ भी बदलाव करने के लिए नहीं कहा है। उसे निडर होकर बल्लेबाजी करने की इजाजत दी गई थी।’
आगे शिखा ने कहा, ‘वह 16 साल की उम्र में अद्भुत है। इस उम्र में मैंने क्रिकेटर बनने के लिए प्रशिक्षण भी शुरू नहीं किया था। हमारी टीम में इस तरह के युवा निडर खिलाड़ी हैं। मैं बहुत खुश हूं। उसे ऐसा करते देखकर आश्चर्य लगता है कि उसने हमारे लिए क्या किया है।’
बता दें कि भारतीय महिला टीम ने आईसीसी महिला टी-20 वर्ल्ड कप के अपने दूसरे मुकाबले में बांग्लादेश को 18 रन से हरा दिया। वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की यह लगातार दूसरी जीत है।