महान ग्रह शुक्र 9 जनवरी को सुबह 4 बजकर 20 मिनट पर अपनी मकर राशि की यात्रा संपन्न करके कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे जहां ये 02 फरवरी की रात्रि 04 बजकर 15 मिनट तक रहेंगे। इसे बाद अपनी उच्चराशि मीन में चले जाएंगे। इनका वर्तमान राशि परिवर्तन कुंभ राशि के जातकों के लिए वरदान की तरह है क्योंकि इस राशि के जातकों लिए ये राजयोग का निर्माण करेंगे। सभी 12 राशियों के लिए इनके राशि परिवर्तन का प्रभाव कैसा रहेगा इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते हैं।
मेष राशि- राशि से लाभभाव में शुक्र का गोचर लक्ष्मीयोग का निर्माण करेगा। अतः आपका लाभ मार्ग प्रशस्त होगा। रुका हुआ धन आएगा। विलासिता संबंधी वस्तुओं का क्रय करेंगे। परिवार अथवा समाज के बड़े सदस्यों से सम्मान प्राप्त होगा। नए कार्य व्यापार आरंभ करने का योग बनेगा। संतान प्राप्ति अथवा प्रादुर्भाव के भी योग।
वृषभ राशि– राशि से दशमभाव में शुक्र का गोचर शासन सत्ता का पूर्ण सुख प्रदान करेगा। केंद्र अथवा राज्य सरकार से संबंधित किसी भी विभाग में यदि आपका कार्य रुका हुआ है तो उसे पूर्ण करने का प्रयास करें सफलता अवश्य मिलेगी। राजनीतिज्ञों से गहरे संबंध बनेंगे। नौकरी में पदोन्नति एवं नए अनुबंध प्राप्ति के योग।
मिथुन राशि– राशि से भाग्य भाव में शुक्र का गोचर भाग्य वृद्धि तो कराएगा ही साथ ही शिक्षा प्रतियोगिता में अच्छी सफलता भी दिलाएगा। यदि आप किसी भी तरह की सर्विस हेतु आवेदन करना चाह रहे हों तो अवसर अच्छा है। विदेश यात्रा अथवा देशाटन का भी लाभ मिलेगा। वीजा आदि का आवेदन करना भी सफल रहेगा।
कर्क राशि- राशि से अष्टमभाव में शुक्र का गोचर मिलाजुला फल देगा। कार्यक्षेत्र में षड्यंत्रकारियों से बचें। बेहतर रहेगा कि कार्य संपन्न करके सीधे घर आएं। आपके प्रभाव में वृद्धि होगी और वर्चस्व भी बढ़ेगा। स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है। धनभाव पर शुक्र की दृष्टि किसी महंगी वस्तु का क्रय कराएगी।
सिंह राशि- राशि से सप्तम भाव में शुक्र का गोचर दांपत्य जीवन में मधुरता लाएगा। शादी विवाह संबंधित वार्ता भी सफल रहेगी। यहां तक कि प्रेम विवाह भी करना चाह रहे हों तो हालात आपके पक्ष में रहेंगे। नए कार्य-व्यापार आरंभ करने एवं अनुबंध प्राप्ति के योग। नए मेहमान के आगमन से परिवार का माहौल खुशनुमा रहेगा।
कन्या राशि- राशि से छठें भाव में शुक्र का गोचर ऐसे गुप्त शत्रुओं की वृद्धि कराएगा जो पढ़े लिखे होंगे, इसलिए आप जहां सर्विस आदि करते हैं अथवा जिन से व्यापार करते हैं उनसे रिश्तों की संवेदनशीलता बनाए रखें, किसी भी तरह के झगड़े विवाद से दूर ही रहे तो बेहतर रहेगा। विलासितापूर्ण वस्तुओं पर अधिक व्यय होगा।
तुला राशि- राशि से पांचवें भाव में शुक्र का गोचर आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है, आपके राशि स्वामी मूलत्रिकोण में बैठे हुए हैं। किसी भी तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छी सफलता के योग। संतान संबंधी चिंता से मुक्ति मिलेगी। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति के लिए योग और नौकरी में पदोन्नति के भी।
वृश्चिक राशि- राशि से चतुर्थ भाव में शुक्र का गोचर मकान वाहन संबंधी चिंता से मुक्ति दिलाएगा। माता के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें, यदि आप यात्रा कर रहे हैं, तो सामान चोरी होने से बचाएं। जमीन जायदाद अथवा कोर्ट कचहरी से जुड़े हुए मामलों का निपटारा होगा। कार्य का विस्तार एवं उच्चाधिकारियों से सहयोग मिलेगा।
धनु राशि- राशि से पराक्रमभाव में शुक्र का गोचर लाभ मार्ग प्रशस्त करेगा। अपने साहस एवं पराक्रम के बलपर विषम हालात पर भी नियंत्रण पा लेंगे। यात्रा देशाटन का पूर्ण सुख मिलेगा। धर्म-कर्म के मामलों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे। जो लोगों को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे थे वे ही आपकी मदद करने के लिए आगे आएंगे।
मकर राशि- राशि से धनभाव में शुक्र का गोचर आकस्मिक धन प्राप्ति के योग तो बनाएगा ही, रुका हुआ धन भी आएगा। यदि आप महिला हैं तो किसी महंगी वस्तु का क्रय करेंगी। परिवार का माहौल खुशनुमा रहेगा। प्रतियोगिता में सफलता एवं संतान प्राप्ति अथवा प्रादुर्भाव के योग। पारिवारिक एवं सामाजिक जिम्मेदारियां बढ़ेंगी।
कुंभ राशि– आपकी राशि में शुक्र का गोचर राजयोग का निर्माण कर रहा है। यह अवधि आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है इसलिए अपनी योजनाओं को गोपनीय रखते हुए कार्य को अंतिम रूप दें तो पूर्ण सफल होंगे। सरकारी सर्विस हेतु आवेदन अथवा विदेश यात्रा के लिए वीजा आदि का आवेदन करना सफलता दायक सिद्ध होगा।
मीन राशि- राशि से बारहवें भाव में शुक्र का गोचर अत्यधिक यात्रा एवं भागदौड़ तो कराएगा ही साथ ही विलासिता संबंधित वस्तुओं पर आएगा। स्वास्थ्य का ध्यान दें। शत्रु भाव पर इनकी मारक दृष्टि के फलस्वरूप कुछ मानसिक अशांति बढ़ेगी। गुप्त शत्रु भी बनेंगे किन्तु वे स्वतः नष्ट भी होंगे। शासनसत्ता का पूर्ण आनंद उठाएं।
