लखनऊ में प्रधानपति हत्याकांड का खुलासा:मुठभेड़ में दो बदमाश घायल

Lucknow

(www.arya-tv.com)उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दस दिन पूर्व प्रधान पति और व्यापारी नेता सुजीत पांडेय हत्याकांड का पुलिस ने बुधवार को खुलासा कर दिया। दरअसल, मंगलवार देर रात आशियाना इलाके के नटवा का टीला में बदमाशों के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में दो बदमाश अरुण यादव और मुलायम यादव घायल हुए। जिन्हें ट्रामा सेंटर में भर्ती करवाया गया है। पुलिस के अनुसार, प्रॉपर्टी डीलर मधुकर यादव और उनके दो भाईयों ने गिरफ्तार बदमाशों को रुपए देकर सुजीत की हत्या कराई थी।

पुलिस ने मुलायम के पास से एक बाइक‚ .315 बोर का तमंचा और अरुण के पास से .32 बोर का तमंचा व कारतूस बरामद किया है। पुलिस का कहना है कि 20 दिसंबर को मोहनलालगंज क्षेत्र में व्यापार मंडल अध्यक्ष व प्रधानपति सुजीत पांडेय की हत्या इन्हीं दोनों बदमाशों ने भाड़े पर की थी। पुलिस ने दोनों बदमाशों पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया था।

साजिशकर्ता तीन दिन पहले तेल चोरी के मामले में जा चुके जेल
हत्या की साजिश रचने वाले मधुकर यादव व उसके दोनों भाई तीन दिन पहले एक फैक्ट्री से तेल चोरी के मामले में जेल जा चुके हैं। पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने मुठभेड़ में शामिल पुलिस टीम को 50 हजार रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है। ACP बीनू पांडेय ने बताया कि उनकी क्राइम टीम की चेकिंग के दौरान बदमाशों से सामना हुआ। पुलिस टीम ने उन्हें रोकने के लिए आवाज दी तो उन लोगों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की। जिसमें दोनों बदमाश गोली लगने से घायल हो गए।

अरुण कुमार यादव (26) पुत्र शिव बालक बंथरा के रायसिंह खेड़ा और मुलायम यादव (29) पुत्र रामनरेश यादव मोहनलालगंज के मरुही का रहने वाला है। पुलिस टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर आशियाना केशव तिवारी कर रहे थे। पुलिस टीम में मुख्य रूप से उपनिरीक्षक अनूप सिंह‚ कांस्टेबल फरीद‚ कुदरत‚ हेड कांस्टेबल सगीर‚ प्रदीप‚ मनीष और राहुल शामिल थे।

नगर पंचायत का चेयरमैन बनना चाहता था मधुकर

सूत्रों का कहना है कि हत्या की साजिश रचने वाले मधुकर यादव ने ही सील आयल फैक्ट्री से लाखों रुपए कीमत का तेल चोरी करवाया था। इस मामले में वह तीन दिन पहले इस मामले में जेल भेजा जा चुका है। मधुकर का नाम दो साल पहले भी जमीन विवाद को लेकर अशोक यादव की हत्या मामले में प्रकाश में आया था। बताते हैं कि मधुकर की नजर मोहनलालगंज नगर पंचायत चेयरमैन पद पर है‚ जिसमें सुजीत पांडेय उसके लिए रोड़ा साबित हो रहा था।