मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने एक नया मुकाम हासिल किया है। फॉर्च्यून ग्लोबल 500 सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत की सबसे ऊंची रैंकिंग वाली कंपनी बन गई है। इससे पहले इस सूची में सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन आयल कॉरपोरेशन (आईओसी) फॉर्च्यून 500 इंडिया सूची में पहले स्थान पर थी।
आईओसी को छोड़ा पीछे
इस संदर्भ में फॉर्च्यून ने कहा कि, ‘इस साल रिलायंस इंडस्ट्रीज ग्लोबल 500 की सूची में 106वें स्थान पर है। इसने आईओसी को पीछे छोड़ा है जो 117वें पायदान पर है।’
रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा सात फीसदी बढ़ा
हाल ही में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजों को जारी किया था। नतीजों के हिसाब से कंपनी का मुनाफा सात फीसदी बढ़ गया है गौरतलब है कि कंपनी तेल से लेकर के टेलीकॉम के कारोबार से जुड़ी हुई है। कंपनी को पहली तिमाही में 10,104 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड मुनाफा हुआ है। वहीं इस अवधि में कंपनी की आय 1.61 लाख करोड़ रुपये रही है। पिछले साल की पहली तिमाही में कंपनी को 9,459 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था, वहीं आय 1.33 लाख करोड़ रुपये थी।
सूची में यह भारतीय कंपनियां भी हैं शामिल
फॉर्च्यून ने कहा कि पिछले दस साल के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज की आमदनी में सालाना 7.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई है। 2010 में यह 41.1 अरब डॉलर थी। वहीं इस अवधि में आईओसी की आमदनी सालाना आधार पर 3.64 फीसदी बढ़ी है। 2010 में यह 54.3 अरब डॉलर थी। रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईओसी के अलावा इस सूची में शामिल अन्य भारतीय कंपनियां हैं- ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी), भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), टाटा मोटर्स, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और राजेश एक्सपोर्ट्स।
इन भारतीय कंपनियों को मिला यह स्थान
ओएनजीसी ने इस सूची में 37 पायदान की छलांग लगाई है, जिसके बाद यह 160वें स्थान पर पहुंच गई है। एसबीआई 20 स्थान खिसककर 236वें स्थान पर पहुंच गई है। टाटा मोटर्स 33 स्थानों के नुकसान के साथ 265वें स्थान पर है। बीपीसीएल 39 पायदान चढ़कर 275वें स्थान पर पहुंची है। वहीं राजेश एक्सपोर्ट्स 90 स्थान खिसककर 495वें पायदान पर है।
पहले स्थान पर वॉलमार्ट
वहीं फॉर्च्यून 500 सूची में पहले स्थान पर अमेरिका की दिग्गज कंपनी वॉलमार्ट है। चीन की सरकारी तेल एवं गैस कंपनी सिनोपेक ग्रुप एक स्थान की छलांग के साथ दूसरे पायदान पर है।