लखनऊ। ईस निंदा और मोहम्मद साहेब पर टिप्पणी करने की सजा पहले रासुका, जेल और फिर कमलेश तिवारी को मौत के रूप में मिली है। शुक्रवार को लखनऊ स्थित उन्हीं के आॅफिस में घुसकर कमलेश तिवारी का पहले गला रेता गया फिर गोली मारी गई। आपको बता दें कि जब कमलेश तिवारी ने मोहम्मद साहेब पर टिप्पणी की थी तभी से वह कट्टर पंंथियों के निशाने पर थे
साल 2017 में गुजरात एटीएस ने 2 आतंकियों को अरेस्ट किया था तो उन्होंने कहा था वह कमलेश तिवारी की हत्या करना चाहते थे इसके बाद गुजरात एटीएस ने यूपी पुलिस को अलर्ट किया था।
राशिद पठान दुबई से दो महीने पहले सूरत आया था।
आपको बता दें कि हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी ने दिसंबर, 2015 में पैगंबर मुहम्मद को लेकर एक विवादित बयान दिया था। जिसके बाद कमलेश तिवारी की गिरफ्तारी हुई थी। इस मामले में वह फिलहाल जमानत पर रिहा चल रहे थे। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने अभी हाल ही में कमलेश तिवारी पर लगी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) हटा दिया था।
कमलेश तिवारी हिंदू महासभा से जुड़े रहे और कुछ समय के लिए अयोध्या के राम मंदिर मामले में सुप्रीम कोर्ट में पक्षकार भी रहे। पैगंबर साहब पर टिप्पणी के बाद सरकार ने उन पर रासुका लगाया गया था। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) के नाका इलाके में हिन्दू महासभा (Hindu Mahasabha) के पूर्व अध्यक्ष रहे कमलेश तिवारी (Kamlesh Tiwari) की हत्या (Murder) के बाद बवाल मचा हुआ है। नाका इलाके में लोगों ने दुकान बंद करवाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इस बीच इलाके में पुलिस और पीएसी भी तैनात कर दी गई है।
