भागदौड़ भरी जीवनशैली में लोग खानपान को लेकर उतना सजग नहीं रह पाते, जिससे कि शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिल सकें। शरीर को ताकतवर बनाने के लिए हमें खाने के अलावा हमें फूड सप्लिमेंट पर आश्रित रहना होता है। यही नहीं, ये सब्जी मोटापा कम करने में भी सहायक है और कैंसर जैसे असाध्य रोग से भी बचाव करती है।
आइए जानते हैं इसके बारे में:
हम बात कर रहे हैं कंटोला की, जिसे कई जगहों पर लोग चठेल या फिर मीठे करेले के नाम से जानते हैं। भारत के पहाड़ी इलाकों में इस सब्जी की खेती ज्यादा होती है, जबकि इसके फायदों को देखते हुए अब पूरी दुनिया में लोग कंटोला की खेती करने लगे हैं। आयुर्वेद के अनुसार, कंटोला सेहत के लिए बहुत फायदेमंद सब्जी होती है।
मोटापा कम करने वालों के लिए यह एक औषधि की तरह है। कंटोला में बहुत ज्यादा फाइबर की मात्रा होती है। इसलिए इसकी सब्जी खाने के बाद देर तक पेट भरा हुआ रहता है। ऐसे में आप लंच और डिनर के बीच अनचाही चीजें खाने से बच सकते हैं। कंटोला में कैलोरी भी बहुत कम होती है। इसलिए यह वजन कम करने वालों में बहुत सहायक होता है।
सर्दियों में जुकाम से आराम
सर्दियों में लोगों का सर्दी-जुकाम की चपेट में आना आम बात है। इस बार तो इतनी ठंड पड़ रही है कि हर घर में कोई न कोई सर्दी जुकाम से पीड़ित है। ऐसे में कंटोला आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है। कंटोला में एंटी एलर्जिक और एनाल्जेसिक गुण होते हैं, जिस कारण यह सर्दी जुकाम और खांसी से आराम दिलाता है।
कब्ज और अपच का उपाय
कंटोला का नियमित सेवन करने से हमारा पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। कई लोगों को इस सब्जी का स्वाद पसंद नहीं होता है, लेकिन वे भी इसका अलग तरीके से सेवन कर सकते हैं। अगर आपको भी इसकी सब्जी नहीं पसंद हो तो आप कंटोला का अचार बनाकर भी खा सकते हैं। कंटोला के सेवन से कब्ज और अपच जैसी बीमारियां जल्दी ठीक हो जाती हैं।
कैंसर और दिल की बीमारियों से बचाव
कंटोला में ल्यूटेन जैसे कई कैंसररोधी तत्व मौजूद होते हैं। इसलिए यह कैंसर से बचाव में सहायक होता है। यही नहीं, यह आंखों और दिल से जुड़ी बीमारियों से भी बचाता है। आयुर्वेदिक डॉक्टर बताते हैं कि हफ्ते में तीन से चार दिन कंटोला की सब्जी जरूर बनाना और खाना चाहिए।
