(www.arya-tv.com) माघ मेले के लिए प्रयागराज मंडल ने तैयारी शुरू कर दी है। प्लेटफार्म एक के बाहर बने आश्रय स्थल में सफाई व्यवस्था दुरुस्त कराई जा रही है। श्रद्धालुओं के लिए बने आश्रय स्थल को चार भाग में विभाजित किया गया है। आश्रय स्थल की साफ-सफाई कराई जा रही है। शौचालय, बिजली व्यवस्था आदि ठीक कराई जा रही है। ट्रेनों की स्थिति जानने के लिए डिस्प्ले बोर्ड लगाया गया है। मेले के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन अनिवार्य रूप से करना होगा। श्रद्धालुओं के स्टेशन से निकलने और प्रवेश करने की रूपरेखा बना ली गई है। अनारक्षित टिकट पर यात्रा की अनुमति को लेकर रेलवे के अफसर मंथन कर रहे हैं। जल्द ही स्थिति स्पष्ट होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्रयागराज जंक्शन के बाहर जीआरपी की ओर से टेंट लगाए जा रहे हैं। इसमें जीआरपी के 800 जवानों के ठहरने की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा अस्थाई शौचालय, बिजली, पानी और मेस भी बनाया जाएगा, ताकि जवानों को सर्दी के दिनों में परेशानी न हो। बताया जा रहा है कि आठ स्कूल में जवानों को ठहरने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। एक-दो दिन में स्वीकृति मिलने के बाद इसमें भी जरूरी व्यवस्था कर ली जाएगी। जीआरपी प्रभारी अजीत सिंह के मुताबिक, प्रयागराज जंक्शन के अलावा झूंसी और प्रयाग में भी जीआरपी के जवानों की तैनाती रहेगी। इसके लिए उन्हें ठहरने की तैयारी की जा रही है। रेलवे पुलिस फोर्स (आरपीएफ) ने भी माघ मेले के लिए कमर कस ली है। पांच कंपनी आरपीएसएफ की मंगाई गई है। इनमें एक कंपनी महिला आरक्षियों की होगी। आरपीएफ के ठहरने की व्यवस्था की जा चुकी है। सीनियर कमांडेंड (एसडीएससी) मनोज कुमार सिंह ने बताया कि माघ मेला के दौरान यात्रियों को कोविड प्रोटोकाल का पालन करना होगा।