ये कहानी है द्वारकेश ठक्कर की, जो आजकल काफी चर्चा में है। खुद महिंद्रा ग्रुप के चेयरपर्सन और देश के बड़े उद्योगपतियों में से एक आनंद महिंद्रा ने एक ट्वीट कर इसका जिक्र किया है। 
गुजरात के रहने वाले द्वारकेश ठक्कर के पिता का करोड़ों रुपयों का तेल का व्यवसाय है। अक्सर ऐसे मामलों में लोग अपने पिता/परिवार का व्यापार ज्वॉइन करते हैं, खुद की कंपनी शुरू करते हैं या विदेश जाकर पढ़ाई करना पसंद करते हैं। लेकिन द्वारकेश की कहानी इन सभी से बिल्कुल अलग है। इनके बारे में आगे पढ़ें।
अब से करीब एक महीने पहले इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले द्वारकेश ठक्कर ने अपना घर छोड़ दिया। तब से ही उसके माता-पिता पुलिस के साथ मिलकर उसकी तलाश कर रहे थे। कुछ दिनों पहले पुलिस को शिमला की एक सड़क पर द्वारकेश सोता हुआ मिला।
द्वारकेश के मिलने के बाद पता चला कि इतने दिनों से वह शिमला में एक होटल में बर्तन मांजने का काम कर रहा था। द्वारकेश के पिता राकेश ठक्कर ने बताया कि ‘द्वारकेश के मिलने के बाद हमें पता चला कि वह केवल 1250 रुपये लेकर घर से निकला था। इनमें से 1070 रुपये का उसने ट्रेन टिकट कराया। 20 रुपये की पानी की बोतल खरीदी। बाकी बचे 160 रुपये अब मुझे वापस भी कर दिए।’
द्वारकेश के परिवार ने बताया कि वह हम सभी के सामने अपनी क्षमता साबित करना चाहता था। वो अपनी मेहनत व कोशिशों के दम पर एक दिन बड़ा आदमी बनना चाहता है। उसने ये साबित भी कर दिखाया कि विपरीत परिस्थितियों में भी वो खुद को सफल बनाने की क्षमता रखता है।
आनंद महिंद्रा ने क्या दिया ऑफर
अखबार में द्वारकेश के मिलने और उसकी जिद की खबर पढ़ने के बाद उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने इस बारे में ट्वीट किया। साथ ही अपनी कंपनी में इंटर्नशिप करने का ऑफर भी दिया। उन्होंने लिखा कि ‘मैं इस युवा का प्रशंसक हूं। वो अपने दम पर आगे बढ़ना चाहता है। अभी ऐसा लग रहा होगा कि उसने सनक में घर छोड़ दिया। लेकिन मैं ये देख रहा हूं कि आगे चलकर वह एक सफल, आत्मनिर्भर उद्योगपति हो सकता है। मैं उसे अपनी कंपनी महिंद्रा राइज में इंटर्नशिप का ऑफर देकर खुश होऊंगा।’
द्वारकेश ने क्या कहा, आगे पढ़ें
द्वारकेश का कहना है कि अभी उसने भविष्य को लेकर कोई फैसला नहीं किया है। आनंद महिंद्रा के ऑफर के बारे में द्वारकेश ने कहा कि ‘यह एक बड़ा अवसर है। अगर राइज महिंद्रा ग्रुप से किसी ने इस संबंध में उससे संपर्क किया, तो जरूर इस बारे में सोचूंगा।’
