लखनऊ। एक के बाद एक अपराधों ने उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है। अब विपक्षी ही नहीं सत्ता पार्टी के नेता भी पुलिस की कार्यप्रणाली से नाखुश हो रहे हैं। उन्नाव सदर से बीजेपी विधायक पंकज गुप्ता बुधवार देर रात सदर कोतवाली परिसर में धरने पर बैठ गए।
क्या है पूरा मामला
उन्नाव के इंदिरा नगर में कुछ लोग एक मंदिर का निर्माण करवा रहे थे। जिला अस्पताल चौकी प्रभारी रामजीत यादव ने निर्माण करवा रहे लोगों को पकड़कर थाने ले गए। मामला सदर विधायक पंकज गुप्ता के पास पहुंचा तो उन्होंने उन्हें नियमानुसार छोड़ने के लिए कहा, लेकिन मंदिर निर्माण कर रहे लोगों को छोड़ने के बजाय उनकी पिटाई कर हवालात में डाल दिया गया।
हालांकि, सीओ सिटी आश्वासन देते रहे कि कोई कार्यवाही नहीं होगी। जब पुलिस की दोहरी चाल के बारे में सदर विधायक पंकज गुप्ता को पता चला तो वह स्वयं कोतवाली पहुंच गए। तब पुलिस ने आनन-फानन उन अभियुक्तों का चालान कर दिया। सदर विधायक तुरंत वहीं धरने पर बैठ गए।
करीब 4 घंटे बाद सीओ सिटी सदर विधायक पंकज गुप्ता से वार्ता करने के लिए आए तो सदर विधायक ने स्पष्ट रूप से कहा कि जिनको पुलिस द्वारा बन्द किया गया है वे अपराधी नहीं हैं, उनके साथ पुलिस द्वारा जो मारपीट की गई है, उसका चिकित्सीय परीक्षण कराकर दोषियों के खिलाफ मुकदमा लिखा जाए।
करीब 6 घंटे बाद जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक सदर कोतवाली परिसर पहुंचे। उन्होंने शिकायती पत्र लेते हुए आश्वस्त किया कि उनका चिकित्सीय परीक्षण कराकर दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएगी, तब धरना समाप्त हुआ।