(www.arya-tv.com) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ढाका में ऐसा दावा किया कि भारतीय ट्विटर पर संग्राम सा छिड़ गया। मोदी ने कहा कि बांग्लादेश की आजादी के लिए उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर आंदोलन किया था और जेल भी गए थे।
पीएम के अनुसार, तब उनकी उम्र 20-22 साल रही रही होगी। शशि थरूर, जयराम रमेश, पवन खेड़ा समेत कांग्रेस के कई नेताओं व अन्य विपक्षी दलों ने मोदी के इस दावे को ‘हास्यास्पद’ और ‘फेक न्यूज’ करार दिया है।
विपक्षी नेताओं ने क्या कहा
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री ‘बांग्लादेश को भारतीय फेक न्यूज का मजा चखा रहे हैं।’ बचकानी बात है क्योंकि हर कोई जानता है कि बांग्लादेश को किसने आजाद करवाया। पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने लिखा, ‘मित्रों, इसमें वैक्सीन का कोई दोष नहीं है।’ पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने 1971 में पाकिस्तानी सेना के ऐतिहासिक सरेंडर पर एक कार्टून साझा किया जिसमें भारतीय जनरल की जगह मोदी बैठे दिख रहे हैं।
कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग के राष्ट्रीय संयोजक सरल पटेल ने कहा कि उन्होंने मोदी के इस दावे को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय से और जानकारी मांगी है। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने ट्वीट किया, ‘बांग्लादेश की आजादी में भारत सरकार तो बांग्लादेश के साथ थी। युद्ध तो पाकिस्तान से हो रहा था फिर मोदी जी को जेल भेजा किसने।