एक शोध में बताया गया है कि गर्भवती महिलाएं अगर धूम्रपान करती हैं तो इसका खतरनाक असर उनके होने वाले बच्चों पर पड़ता है। शोध के मुताबिक, गर्भाशय के दौरान धूम्रपान करने से नवजात बच्चे में हड्डियों के टूटने का खतरा बढ़ जाता है। इस शोध के निष्कर्ष बीएमजे पत्रिका में प्रकाशित हुए हैं। हालांकि इस शोध में यह बात साफ कही गई है कि मांओं के गर्भ धारण करने के दौरान धूम्रपान का उनके बच्चों की हड्डियों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाला नुकसान शॉर्ट टर्म के लिए होता है।
इससे पहले भी कई शोध हुए हैं जिनमें महिलाओं के गर्भवती होने के दौरान धूम्रपान को उनके साथ ही होने वाले शिशु के सेहत के लिए भी घातक बताया गया है। इन शोधों में साफ कहा गया था कि अगर कोई महिला गर्भवती होने के दौरान स्मोकिंग करती है तो इसका असर उसके होने वाले बच्चे को भी होता है और उसका विकास प्रभावित होता है।
यह शोध स्वीडन में ऑरेब्रो विश्वविद्यालय ने किया है। इस शोध के निष्कर्षों को 16 लाख शिशुओं के डाटा के आधार पर तय किया गया है। शोध के लिए गर्भवती होने के दौरान जो महिलाएं स्मोकिंग करती थी और जिन्होंने इस दौरान धूम्रपान नहीं किया उनके शिशुओं का डाटा कलेक्ट किया गया है। इसके बाद शोधकर्ता इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि गर्भ धारण करने के दौरान अगर कोई महिला सिगरेट पीती है तो उसके होने वाले बच्चे के हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए यह घातक होता है और शिशु में हड्डियों के टूटने का खतरा बढ़ जाता है।
यह शोध स्वीडन में ऑरेब्रो विश्वविद्यालय ने किया है। इस शोध के निष्कर्षों को 16 लाख शिशुओं के डाटा के आधार पर तय किया गया है। शोध के लिए गर्भवती होने के दौरान जो महिलाएं स्मोकिंग करती थी और जिन्होंने इस दौरान धूम्रपान नहीं किया उनके शिशुओं का डाटा कलेक्ट किया गया है। इसके बाद शोधकर्ता इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि गर्भ धारण करने के दौरान अगर कोई महिला सिगरेट पीती है तो उसके होने वाले बच्चे के हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए यह घातक होता है और शिशु में हड्डियों के टूटने का खतरा बढ़ जाता है।
