(www.arya-tv.com)लखनऊ से बिहार गुजरने वाली ट्रेनों में यात्रियों को रेलवे के नियम कानून तोड़ने का भय दिखाकर वसूली करने वाले नकली सिपाही को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी खुद को एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) का सिपाही बताता था। पुलिस पूछताछ में पता चला कि पुलिस की भर्ती के लिए कई बार प्रयास किया, लेकिन सफलता न मिलने पर खुद वर्दी खरीद सिपाही बन गया।
चिनहट इंस्पेक्टर घनश्याम त्रिपाठी के मुताबिक फर्जी सिपाही बनकर वसूली करने वाले सौरभ कुमार उर्फ गोपाल प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया। वह मूल रूप से झारखंड के कोडरमा का रहने वाला है। उसके पास से नकली पिस्टल, फर्जी आइकार्ड और कागजात बरामद हुए हैं।
सौरभ को चिनहट से उसके दोस्त वीरेंद्र के घर से गिरफ्तार किया गया। उसके पास से बैग व वसूली के पैसे भी बरामद हुए हैं। वीरेंद्र ने बताया कि उसकी ट्रेन में सौरभ से मुलाकात हुई थी। सौरभ ने खुद को एसएसबी का सिपाही बताया था। सोमवार को सौरभ लखनऊ आया था। रात को देखा वह कमरे में रखा बैग व सामान चुरा रहा था। विरोध पर सौरभ ने जेल भेजने की धमकी दी। जानकारी पर पता चला कि वह फर्जी सिपाही है। पुलिस को सूचना देने पर मंगलवार रात गिरफ्तार कर लिया।
घर वालों को भी बता रखा था कि पुलिस में हो गई भर्ती
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि सौरभ ने खुद को घर पर भी पुलिस कर्मी बता रखा था। जिसके बाद घर वालों को ड्यूटी पर जाने की बात कह रात को गायब हो जाता था। सौरभ ने बताया कि पुलिस में भर्ती न होने पर एक दिन वर्दी की दुकान पर खड़ा था तो फर्जी पुलिस वाला बनने का ख्याल दिमाग में आया। इसके बाद उसने सिपाही की वर्दी खरीदी, पहचानपत्र और नकली पिस्टल खरीद ली। उसके बाद ट्रेन से आने जाने के दौरान यात्रियों से वसूली करने लगा।
