धोनी की डांट सुनकर रोने वाले दीपक चाहर बने हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय

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तारीख- 6 अप्रैल 2019, दिन- शनिवार, IPL 2019 अपने पूरे रोमांच पर था। आमने-सामने थी चेन्नई सुपरकिंग्स और किंग्स इलेवन पंजाब की टीमें। पंजाब की टीम को आखिरी दो ओवर में जीत के लिए 39 रन चाहिए थे। धोनी ने गेंद थमाई नई गेंद के साथ कमाल दिखाने वाले दीपक चाहर को।
चाहर ने यॉर्कर गेंद डालने का प्रयास किया और इस प्रयास में गेंद हाई फुलटॉस रही। बल्लेबाजी कर रहे सरफराज ने बल्ला छुआते हुए इसे थर्ड मैन दिशा में चौके के लिए रवाना कर दिया। गेंद कमर से ऊपर फुलटॉस थी ऐसे में अंपायर ने इसे नोबॉल करार दिया।
चाहर की अगली गेंद भी ऐसी ही रही और एक बार फिर से अंपायर ने हाई फुलटॉस के चलते इसे नोबॉल करार दिया। इस गेंद से सरफराज ने दो रन दौड़कर भी बना लिए। लगातार दो गेंद हाई फुलटॉस और नोबॉल होने के बाद एक समय तो लगने लगा था कि कहीं दीपक चाहर भी आरसीबी के गेंदबाजी मोहम्मद सिराज वाली गलती न कर दें, क्योंकि सिराज ने ठीक एक दिन पहले केकेआर के खिलाफ ऐसी ही गलती थी जिसके बाद मैच पलट गया था और कोलकाता जीत गया था।
दीपक चाहर की गलतियों से धोनी खफा हो गए। वे दौड़ते हुए गए और चाहर से प्लान के अनुसार गेंद डालने के कहा, वे जिस तरह से चाहर को कह रहे थे उससे ऐसा लग रहा था मानो वे उन्हें ज्यादा प्रयोग करने के बजाय सीधे गेंद डालने को कह रहे थे। धोनी जब सुनाने लगे तो चाहर का चेहरा उतर गया। आंखें डबडबाई हुईं थीं।
धोनी के समझाने के बाद दीपक चाहर ने पूरा ओवर एकदम सटीक डाला। उनके इस ओवर से 13 रन गए, लेकिन इनमें से आठ रन तो पहली दो नोबॉल पर बने थे। धोनी के ज्ञान के बाद चाहर ने आखिरी गेंद पर खतरनाक बल्लेबाज डेविड मिलर को भी बोल्ड कर दिया।
शायद धोनी की यही डांट दीपक चाहर के करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुई। धोनी जैसे महान मार्गदर्शक की अगुवाई में आईपीएल के दौरान चाहर का खेल जमकर निखरा। बांग्लादेश के खिलाफ इस पेसर ने 3.2 ओवर्स में महज सात रन देकर छह खिलाड़ियों को पवेलियन लौटाया और एक समय बराबर पर नजर आ रही बांग्ला टाईगर्स को न सिर्फ मैच से बाहर किया बल्कि मैन ऑफ द मैच के साथ मैन ऑफ द सीरीज का खिताब भी अपने नाम किया।