हरियाणा में जेजेपी प्रमुख दुष्यंत चौटाला को 11 सीटें मिल रही हैं। इसके बाद हरियाणा में त्रिशंकु सरकार बनती दिख रही है। सूत्रों से खबर आ रही है कि दुष्यंत चौटाला ने कांग्रेस से मुख्यमंत्री की कुर्सी मांगी है।
हालांकि दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि हमारे विधायक दल के लोग ही निर्णय लेंगे कि हम किसके साथ जाएंगे। आपको बता दें कि दुष्यंत चौटाला जाटों के बड़े नेता हैं। इस बार हरियाणा में जाटों ने बीजेपी को वोट नहीं किया है।
हरियाणा सरकार बनाने को लेकर चहलकदमी तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी ने दुष्यंत चौटाला से बातचीत की है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा जो कि कांग्रस के बड़े नेता हैं और हरियाणा में भूपेंद्र सिंह जाटों के सबसे बड़े नेता हैं।
जाटो ने बड़े पैमाने पर बीजेपी के विरोध में वोट किया है। अब सवाल यह उठता है कि क्या दुष्यंत चौटाला बीजेपी में शामिल होंगे या फिर एक बड़े जाट नेता हुड्डा के साथ जाएंगे।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि लोग 11 महीने पहले हमें बच्चों की पार्टी कहते हैं, लेकिन जनता ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि हम सीनियर लीडरों से बात करने के बाद हम तय करेंगे कि किसे समर्थन करेंगे।
जेजेपी के नेता दीपकमल ने कहा कि दुष्यंत चौटाला ने अभी तक किसी पार्टी से बात नहीं की है।आपकों बता दें कि दुष्यंत चौटाला ने 11 महीने पहले जननायक जनता पार्टी (जेजेपी ) बनाई थी। पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की आईडियोलॉजी पर काम कर रही है।
दुष्यंत चौटला की जेजेपी किंग मेकर की भूमिका में आ गई है। हरियाणा में त्रिशंकु सरकार बनने की उम्मीद है।
