दिल्ली चुनाव: जहाँ नेताओं ने की थीं विवादित टिप्पणियां, वहीँ से हारी भाजपा

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दिल्ली विधानसभा चुनाव में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा नेताओं ने जिस-जिस जगह अपने विरोधियों को निशाना बनाकर विवादित टिप्पणियां कीं उन विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी प्रभाव छोड़ने में नाकाम रही।

योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिन 12 विधानसभा सीटों पर रैलियों को संबोधित किया उनमें सिर्फ तीन सीटों पर भाजपा चुनाव जीत पाई। वह आप के 62 सीटों के मुकाबले सिर्फ आठ सीटों पर चुनाव जीत पाई।

चार दिन के अपने व्यस्त चुनाव प्रचार के दौरान योगी ने पटपड़गंज, किराड़ी, मेहरौली, उत्तम नगर, द्वारका, तुगलकाबाद, विकासपुरी, रोहिणी, करावल नगर, जहांगीरपुरी और बदरपुर में भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में रैलियां संबोधित की थी।

उन्होंने हर रैली में शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को निशाने पर रखा और आरोप लगाया कि आप सरकार उन्हें बिरयानी खिला रही है। चुनाव आयोग ने इसके लिए उन्हें नोटिस भी जारी किया। बदरपुर, करवाल नगर और रोहिणी में भाजपा के रामवीर सिंह बिधूड़ी, मोहन सिंह बिष्ट और विजेंद्र गुप्ता विजेता बनकर उभरे।

प्रवेश वर्मा
पश्चिमी दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने जनकपुरी में एक रैली के दौरान विवादित टिप्पणी की थी जहां भाजपा उम्मीदवार आशीष सूद आप के राजेश ऋषि से 14,917 मतों से हार गए। वर्मा ने कहा था कि कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के साथ जो हुआ वह दिल्ली में भी हो सकता है। इसके अलावा उन्होंने शाहीन बाग को लेकर भी टिपप्णी की थी।

वर्मा की इस टिप्पणी के लिए चुनाव आयोग ने उन पर चार दिन के लिए चुनाव प्रचार करने पर रोक लगा दी थी। सीएए के विरोध में प्रदर्शन का प्रमुख स्थल बन चुका दक्षिण दिल्ली का शाहीन बाग भाजपा के चुनाव प्रचार का मुख्य केंद्र बन गया था। प्रवेश वर्मा के चाचा एवं मुंडका से पार्टी के उम्मीदवार आजाद सिंह आप के धर्मपाल लाकड़ा से 19,158 मतों से हार गए।

अनुराग ठाकुर
रिठाला में जहां केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने ‘देश के गद्दारों को’ की टिप्पणी की थी वहां आप के मोहिंदर गोयल ने भाजपा के मनीष चौधरी को 13,817 मतों से पछाड़ दिया।