थायरायड की समस्या से झुटकारा पाने के लिए अपनाये ये योगासन

Health /Sanitation

थायरायड की समस्या में शरीर में थायरायड ग्रंथि ज्यादा थायरायड हार्मोन का निर्माण करने लगती है। अगर थायरायड का सही समय पर इलाज न किया जाए तो इससे ह्रदय रोग का खतरा मंडराने लगता है। लेकिन थायरायड में दवाओं के साथ ही योग करना भी फायदेमंद हो सकता है।

बालासन
बालासन को चाइल्ड पोज भी कहते हैं। इस आसन को करने से तनाव या हाइपरटेंशन की परेशानी से निजात मिलती है। इस आसन को करने से रक्त का संचार पूरे शरीर में सुचारू रूप से होता है। बालासन को करने से सांस की प्रक्रिया पर ध्यान दिया जाता है, जो तनाव और स्ट्रेस को कम करने में मदद करता है।
शवासन
शरीर को आराम पहुंचाने और मस्तिष्क को शांति देने के लिए शवासन करना बहुत लाभकारी है। उच्च रक्तचाप और अनिद्रा की शिकायत दूर करने में शवासन मदद करता है। इस आसन को करना बहुत आसान है।
अनुलोम-विलोम
सबसे पहले सुखासन की मुद्रा में बैठ जाएं। उसके बाद आंखे बंद कर लें और नाक के दाहिने छिद्र को दाहिने हाथ के अंगूठे से बंद करके बांए छिद्र से धीरे-धीरे गहरी सांस लें। फिर नाक के बाएं छिद्र को बाकी अंगुलियों से बन्द करके नाक के दाएं छिद्र को खोलकर धीरे-धीरे सांस को बाहर छोड़ें। इसके बाद फिर नाक के दाएं छिद्र से ही गहरी सांस लें और नाक के दाएं छिद्र को बन्द करके बाएं छिद्र से सांस को बाहर छोड़ें। इस तरह की प्रक्रिया से एक चक्र पूरा होता है। इसे करने से रक्त का संचालन सही तरीके से होता है और बहुत से रोगों में आराम मिलता है।