(www.arya-tv.com)टेस्ला ने मॉडल 3 और मॉडल Y में पीछे देखने वाले मिरर के ऊपर कैमरा लगाना शुरू कर दिया है। इससे कंपनी के कार में एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम मिलेगा। जिसे ऑटोपायलट मोड में सड़क पर ध्यान दे सकते हैं और आसानी से गाड़ी को पीछे से मोड़ सकते हैं। टेस्ला के अभी चार कार मॉडल हैं, जिसमें S, 3, X और Y शामिल हैं। जिसमें केवल दो कार में यह फीचर मिलता है। टेस्ला इलेक्ट्रिक गाड़ी बनाने वाली कंपनी है।
अभी तक टेस्ला की कारों में टॉर्क सेंसर से ड्राइवर पर निगरानी रखी जाती थी। यह टॉर्क सेंसर स्टेयरिंग व्हील में लगा रहता था, जिससे ड्राइवर को व्हील में हाथ रखे रहना पड़ता था, ऐसा नहीं करने पर कार से अलार्म बजने लगता था।
अभी सिर्फ फोर्ड में यह फीचर्स आते थे
टेस्ला की कारों में ड्राइवरों को निगरानी करने को आसान बनाने के लिए लाया गया है। इस बदलाव को नियम और सुरक्षा को देखने वाले एक्सपर्ट ने लाया है। इस फीचर जानकारी और सुझाव इंजीनियर दिया करते थे, लेकिन एलन मस्क ने उसे ठुकरा दिया करते थे। उनका मानना था कि ये टेक्नोलॉजी कारगर नहीं है और ऑटोपायलट फीचर में दुर्घनाएं होने की शिकायत आ रही है। जबकि जनरल मोटर्स और फोर्ड जैसी कंपनियां आई-ट्रैकिंग सिस्टम वाली कारें बेचती आ रही हैं। इसका उद्देश्य हैंड फ्री फीचर का इस्तेमाल करते समय ड्राइविंग पर ध्यान देना है।
ध्यान नहीं देने पर अलार्म बजना शुरू हो जाएगा
एक ट्विटर यूजर्स ने टेस्ला की कार के Y मॉडल को खरीदा है। उसने सेफ्टी फीचर वाले नोट्स को पोस्ट में शेयर किया है। इसमें लिखा है कि केबिन कैमरा जो पीछे देखने वाले मिरर में लगा हुआ है। जब ऑटोपायलट फीचर चालू होगा तो यह ड्राइवर के फोन में बात करने जैसे बातों से ध्यान भटकने पर अलार्म बजना शुरू हो जाएगा। अगले ट्वीट में यूजर्स बताता है कि स्टीरिंग व्हील वाला अलार्म अब भी चालू रहेगा। 2021 से पहले बने मॉडल S और X व्हीकल में कैबिन कैमरा नहीं है। जनवरी में नई डिजाइन बनाने की बात कही गई थी। जो अब मिलना शुरू हो गया है।
दुर्घटना के समय कार ऑटोपायलट मोड में नहीं थी
मॉडल 3 और मॉडल Y कार के कैमरे अच्छे थे। टेस्ला ने ऑटोपायलट की टेस्टिंग के समय ‘फुल सेल्फ ड्राइविंग’ वर्जन को लेकर ड्राइवरों से कहा था कि वह यह पूरा रोड पर ध्यान देगा। वहीं मस्क ने मार्च में कुछ बीटा टेस्टर्स को प्रोग्राम से हटा दिया था। क्योंकि यह रोड पर पर्याप्त ध्यान नहीं देते थे।लगातार हो रही एक्सीडेंट वाली खबरों को देखते हुए कैमरे से ड्राइवर की निगरानी वाले फीचर साथ ही ऑटोपायलट की जांच की गई। जिसमें बताया गया कि दुर्घटना के समय कार ऑटोपायलट मोड में नहीं थी।
ऑटो स्टीयर मोड में होने वाली घटना झूठी
हाल ही में टेक्सास में दुर्घटना हो गई थी। जिसमें दावा किया जा रहा था कि टेस्ला का मॉडल S ऑटोपायलट मोड पर पेड़ से टकरा गया है। जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। जिसमें टेस्ला का कहना है कि दुर्घटना के समय टेस्ला मॉडल एस ऑटोपायलट मोड पर नहीं थी। उसे कोई ड्राइव कर रहा था। टेस्ला प्रमुख एलन मस्क ने पुष्टि की है कि 17 अप्रैल को दुर्घटना के वक्त कार को किसी भी व्यक्ति द्वारा नहीं चलाया जा रहा था यह बात पूरी तरह से गलत है। कंपनी का कहना है कि कार की दशा को देखकर और पूरी तरह से जांच के बाद टेस्ला इस निष्कर्ष पर पहुंची है। टेस्ला का दावा है कि मॉडल S ऑटो स्टीयर फीचर मोड पर नहीं था।