न्यूजीलैंड दौरे के लिए भारतीय टीम का एलान 12 जनवरी यानी रविवार देर शाम किया गया। पूर्वानुमान के मुताबिक टीम में रोहित शर्मा और मोहम्मद शमी ने आराम के बाद वापसी की है। विश्व कप के बाद से छुट्टी पर चल रहे धोनी एकबार फिर टीम में नहीं है। फिटनेस टेस्ट में फेल होने के बाद हार्दिक को भी जगह नहीं मिली, लेकिन इन सबके इतर टीम घोषित होने के बाद जो एक नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है, वह हैं संजू सैमसन।
युवा विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन के साथ एकबार फिर अन्याय होता नजर आ रहा है, उन्हें टीम से बाहर किए जाने के बाद सवाल उठ रहे हैं। वे लगातार भारतीय टीम के साथ थे, लेकिन उन्हें केवल एक मैच में खेलने का मौका मिला और फिर बाहर कर दिया गया, वो भी तब जब उन्हें चार साल बाद प्लेइंग इलेवन में खेलने का मौका मिला।
संजू ने साल 2015 में जिम्बाब्वे के हरारे टी-20 से अपने इंटरनेशनल क्रिकेट की शुरुआत की थी। लगातार 8 मैच में बेंच पर बैठने के बाद श्रीलंका के खिलाफ 10 जनवरी 2020 को पुणे टी-20 में उन्हें मौका मिला। ऋषभ पंत की जगह वह न सिर्फ वह प्लेइंग इलेवन में खेले बल्कि विराट की जगह तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी भी करने आए।
चार साल बाद टीम इंडिया की जर्सी पहनकर मैदान पर उतरे संजू ने क्रीज पर जाते ही पहली ही गेंद पर छक्का भी जड़ा। डगआउट में बैठे भारतीय कप्तान अपनी सीट से उठ खड़े हुए। खुशी में जमकर झूमे। टीम के बाकी सदस्यों के साथ कप्तान कोहली ने तालियां बजाकर इस विकेटकीपर बल्लेबाज के शॉट पर खुशी भी जताई, लेकिन संजू अगली ही गेंद पर आउट हो गए थे।
विकेटकीपिंग में भी उन्होंने सभी को प्रभावित किया। तकनीक के मामले में ऋषभ पंत से काफी बेहतर भी नजर आए। मगर एक बार फिर टीम मैनेजमेंट उन पर भरोसा नहीं जता पा रहा। लगता है कि वर्ल्ड टी-20 के लिहाज से शायद विराट बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को ही अपनी पहली पसंद बना चुके हैं।
टीम में केएल राहुल के तौर पर अतिरिक्त विकेटकीपर भी है, जो मौका पड़ने पर ग्ल्वस पहनकर कमाल दिखा सकते हैं। संजू सैमसन के अगर हालिया प्रदर्शन की बात करें तो वह लगातार खुद को साबित कर रहे हैं। रणजी ट्रॉफी में केरल की ओर से खेलते हुए उन्होंने लगातार दो मैचों में 116 और 78 रन की पारियां खेली थी।
विजय हजारे ट्रॉफी के आठ मैच में 410 रन बनाए थे। नाबाद 212 रन ठोके थे। सैयद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट में भी उनके बल्ले से चार मैचों में 112 रन निकले थे। इतने शानदार रिकॉर्ड और पिछले प्रदर्शन के बावजूद संजू का टीम में न होना और उन्हें ज्यादा मौका न देना अखरता है।
