चीन को घेरने के लिए भारत-वियतनाम मजबूत, समझौते के लिए दोनों पक्ष होंगे मौजूद

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(www.arya-tv.cm) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके वियतनामी समकक्ष गुयेन जुआन फुक के बीच सोमवार को डिजिटल सम्मेलन में रक्षा, ऊर्जा एवं स्वास्थ्य क्षेत्रों समेत समग्र द्विपक्षीय संबधों को और विस्तार देने के लिए कई समझौते एवं कुछ खास घोषणाएं होने की संभावना है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।

सूत्रों का कहना है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उभरती स्थिति का मुद्दा चर्चा के दौरान प्रमुख रूप से उठने की उम्मीद है क्योंकि दोनों ही देशों के मुक्त, खुले, शांतिपूर्ण, समृद्ध और नियमाधारित क्षेत्रीय व्यवस्था में साझा हित हैं।

उन्होंने बताया कि बैठक में दोनों ही पक्ष भारत-वियतनाम समग्र रणनीतिक साझेदारी के भावी विकास के लिए संयुक्त दृष्टिपत्र जारी कर सकते हैं जिसका लक्ष्य विविध क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का मार्ग तय करना होगा। भारत और वियतनाम 2016 में अपने द्विपक्षीय संबंध को आगे बढ़ाकर समग्र रणनीतिक साझेदारी तक ले गए थे।?

रक्षा सहयोग इस तेजी से बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों के अहम स्तंभों में एक रहा है। सूत्रों ने बताया कि वियतनाम के वास्ते तीव्र गति वाली गश्ती नौकाओं के लिए रक्षा ऋण सहायता को बैठक के दौरान आगे बढ़ाने की संभावना है।

सूत्रों ने कहा कि चीन के प्रति भारत का नजरिया लद्दाख घटना के बाद बदल गया है। बदली हुई रणनीति पर काम करते हुए भारत अब चीन के पड़ोसी देशों के साथ अपने संबंध मजबूत करने में जुटा है।

गौरतलब है कि भारत अपने इंडियन टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कोऑपरेशन-आइटेक प्रोग्राम के तहत वियतनाम के सैन्य अधिकारियों को ट्रेनिंग भी दे रहा है। इसके तहत वहां के अधिकारी हर साल भारत में आते हैं। इसके बाद उन्हें सेना, वायु सेना और नौसेना संचालन की ट्रेनिंग के साथ ही कमांडो कार्रवाई का प्रशिक्षण भी दिया जाता है।